खेल-खेल में पढ़ाई के साथ बच्चे सीख रहे कलाकृतियां बनाना
दंतेवाड़ा- कोरोना काल मे स्कूल बंद होने पर राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना पढ़ई तुहर दुआर के अंतर्गत मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास के साथ साथ पारा मोहल्ला में ऑफलाइन क्लास भी चल रहा है। ऑफलाइन क्लास द्वारा जिले मे पारा मोहल्ले मे पढ़ाई, लाउडस्पीकर के साथ साथ बुलटू के बोल से पढ़ाई किया जा रहा है। इन सभी के अलावा जिले मे कलेक्टर दीपक सोनी और सीईओ जिला पंचायत अश्वनी देवांगन के मार्गदर्शन मे जिले के 90 पंचायतों मे ’ज्ञानगंगा सर्वर’ से पढ़ाई किया जा रहा है। पारा मोहल्ले मे पढ़ने के साथ बच्चे कुछ गतिविधियां भी सीख रहे है। शासन की भी यही मंशा है कि बच्चो को शिक्षक खेल-खेल मे ही पढ़ाये। विकासखंड कुआकोंडा के अँग्रेजी माध्यम स्कूल के बच्चे पढ़ाई के साथ मूर्तिकला और चित्रकला बनाते हुए पढ़ रहे है। शिक्षको के द्वारा तैयार किए गए पोर्टफोलियो मे इनके दक्षता को भी प्रविष्ट किया जा रहा है। विकासखंड गीदम प्राथमिक शाला माधोपारा गीदम मे भी बच्चे रंगोली, एवं अन्य कलाकृति के साथ शिक्षक शिवकुमार गुप्ता बच्चो की कौशल विकास करने मे लगे हुए है। प्राथमिक शाला पटेलपारा किरन्दुल मे बच्चो को छिंदपत्ते से गुलदस्ते या अन्य कलाकृतियां बनाना सीखा रहे है। इस प्रकार सभी शिक्षक बच्चो को शिक्षा से जोड़े रखकर सभी प्रकार से कौशल सीखाने की कोशिश कर रहे है। जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा और जिला मिशन समन्वयक एस एल शोरी, ए पी सी ढलेश आर्य ने सभी शिक्षको को इसी प्रकार की गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान करने प्रेरित कर रहे है। जिससे सभी बच्चो को गुणवत्ता आधारित शिक्षा के साथ कौशल विकास किया जा सके।