डॉ. रमन ने पूछा- प्रदेश में किसान खुशहाल तो 233 कृषकों ने आत्महत्या क्यों की?; कांग्रेस का जवाब -15 साल याद नहीं आये किसान
रायपुर – भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने 2019 की नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के हवाले से राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। डा.सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय औसत 3.4 प्रतिशत हैं। वहीं आत्महत्या के मामलों में छत्तीसगढ़ में 8.3 प्रतिशत की वृद्धि प्रदेश सरकार की नीति और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता हैं। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में 7629 लोगों की आत्महत्या के साथ छत्तीसगढ़ का देश में नौवें स्थान पर आना राज्य सरकार की विफलताओं को प्रमाणित करता हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे प्रदेश की तुलना में कई बड़े बड़े प्रदेशों की आत्महत्या की दर में कमी आई हैं। डा. सिंह ने सीएम बघेल से पूछा कि क्यों किसान पुत्र के राज में किसानों की खुशहाली के दावे के बीच क्यों 233 कृषकों व खेतिहर ने आत्महत्या की? उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार किसानों की खुशहाली का दावा करते नहीं थकती, किसानों के नाम पर लायी गयी तमाम योजनाओं का ढिंढोरा पीटा जा रहा है।उन्होंने कहा कि रोज़गार देने का दावा करने वाले भूपेश बघेल बताना चाहिए कि प्रदेश में 1679 मजदूरों ने आत्महत्या क्यों कर ली? मजदूरों की आत्महत्या के मामले में छत्तीसगढ़ देश में आठवें स्थान पर कैसे पहुंच गया? बेरोजगारी भत्ता का वादा करने वाले बघेल जी मुख्यमंत्री बनते ही क्याें भूल गए। आपने बेरोजगारी भत्ता और रोजगार ना देकर प्रदेश के युवाओं को छला नहीं? छल और धोखे के चलते प्रदेश के कई युवाओं ने आत्महत्या का रास्ता अख्तियार कर लिया। उन्होंने भूपेश बघेल से पूछा, आप तो कर्मचारियों के हित में निर्णय की बात करते थे। प्रदेश सरकार के रवैये के चलते पिछले वर्ष 66 कर्मचारियों व अधिकारियों की आत्महत्या से प्रमाणित होता हैं।
कांग्रेस ने कहा-15 साल याद नहीं आये किसान, बेरोजगार
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन भाजपा के15 साल के शासनकाल में किसान बेरोजगार मजदूर याद नही आये। उनके शासनकाल में रोज चार किसान आत्महत्या करते थे। दिव्यांग युवक योगेश साहू ने रमन सिंह के बंगले के सामने आत्महत्या की थी। महिलाएं सुरक्षित नहीं थीं, बलात्कार ,चोरी लूट, डकैती, अपहरण, नकबजनी ठगी जैसे घटनाएं रोज होती थी। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को जवाब देते हुए ठाकुर ने कहा बैंक में लूटपाट और व्यापारी का अपहरण, ट्रेन अपहरण जैसी घटनाएं भी हुई थी। इसके बाद भी कौशिक उन सबको भूलकर सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसान हितैषी सरकार है।
जब राज्य किसानों को 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत देने की तैयारी में थी तब केन्द्र सरकार ने अड़ंगा लगा दिया तब कौशिक और उनके सांसदों ने एक बार भी राज्य के किसानों के हित में केन्द्र सरकार के सामने अपनी मांग नहीं रखी बल्कि राज्य सरकार पर समर्थन मूल्य के दर पर ही किसानों के धान खरीदी करने दबाव बनाते रहे और मोदी सरकार के समर्थन मूल्य को ही उपयुक्त बताते रहे।