इस माह अंत तक शुरू करने की तैयारी, अब नहीं बिकेगी सब्जी
रायपुर – रावणभाठा अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल बिल्डिंग सालभर से तैयार है, लेकिन एप्रोच रोड की वजह से यहां बस स्टैंड शुरू नहीं हो पाया है। कोरोना काल में इस टर्मिनल परिसर का उपयोग सब्जी बाजार के रूप में किया जा रहा है और अब यह राजधानी के बड़े सब्जी बाजारों में से एक है। लेकिन नगर निगम ने तीन-चार दिन में बाजार बंद कर टर्मिनल को एक्टिव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। महापौर एजाज ढेबर ने अफसरों को डेडलाइन दे दी है कि टर्मिनल 30 सितंबर से पहले यानी लगभग चार हफ्ते में शुरू कर दिया जाए। रावणभाठा बस टर्मिनल का उद्घाटन अप्रोच रोड की वजह से रुका था, लेकिन अब इसका काम तेज कर दिया गया है। एक छोटा हिस्सा बचा है, जिसके लिए 5000 वर्गफीट जमीन की जरूरत है। महापौर ढेबर ने बताया कि दूधाधारी मठ से जमीन मांगी गई है, और उम्मीद की जा रही है कि मिल जाएगी। इसके बाद मेन रोड से टर्मिनल तक चौड़ी फोरलेन रोड तैयार हो जाएगी, ताकि बसों से आने-जाने में दिक्कत न हो। निगम मानकर चल रहा है कि सितंबर अंत तक रोड बन जाएगी और बसों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।
भीड़ से खतरनाक हुआ पंडरी स्टैंड
नया बस टर्मिनल शुरू होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पंडरी बस स्टैंड शहर के बीचोबीच है। स्टैंड और आसपास भीड़ भी रहती है तथा ट्रैफिक के लिहाज से भी यह सड़क काफी व्यस्त है। कोरोना की वजह से भी यह खतरनाक हो सकता है। इसलिए नगर निगम की कोशिश है कि सभी लंबी दूरी की बसों को पंडरी से अलग किया जाए और नए बस टर्मिनल से चलाया जाए। गौरतलब है, 49 करोड रुपए की लागत से टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। रायपुर स्मार्ट सिटी यहां पर कुछ मूलभूत सुविधाओं का काम भी लगभग पूरा कर चुकी है। इस महीने अंत तक सभी चीजें पूरी हो जाएगी और हम बस चलाने की स्थिति में रहेंगे।
टर्मिनल में सभी सुविधाएं
रावणभाठा टर्मिनल बिल्डिंग के भीतर सभी सुविधाएं रहेंगी। बिल्डिंग में बैंकों के एटीएम, बुक स्टॉल, मेडिकल स्टोर, रेस्टोरेंट तथा अन्य दुकानें होंगी। रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट में दी जाने वाली सुविधाएं भी मिलेंगी। बस ऑपरेटरों के लिए टिकट काउंटर भी बनाए गए हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से टर्मिनल में चारों तरफ कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। 300 से ज्यादा बसों की पार्किंग की सुविधा बस टर्मिनल में 300 से ज्यादा बसों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी। नगरीय प्रशासन विभाग ने शुरुआत में 300 बसों की क्षमता तय की थी, जिसे बाद में बढ़ाकर लगभग 600 बसों की क्षमता का पार्किंग स्पेस तैयार किया गया है।