प्राइवेट स्कूल्स ने पेमेंट के लिए दिया 9 सितंबर तक का अल्टीमेटम, पैरेंट्स बोले बच्चों को परेशानी हुई तो छत्तीसगढ़ में बिगड़ जाएगी कानून व्यवस्था
रायपुर – पालकों और प्राइवेट स्कूल के बीच लॉकडाउन के दौरान की फीस को लेकर विवाद जारी है। रविवार को इस विवाद में नए बयान सामने आए। छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के जिला सचिव पनेश त्रिवेदी ने कहा कि प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के नाम पर मनमानी कर रहे हैं। अब प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि 9 सिंतबर तक फीस जमा नहीं करने पर बच्चों को ऑनलाइन क्लास में शामिल नहीं किया जाएगा।
इस पर पालकों ने कहा कि इस तरह की धमकी से जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। छत्तीसगढ़ पैरेट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश शाह और सचिव राजीव गुप्ता पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दरअसल बिलासपुर हाईकोर्ट से स्कूल्स को ट्यूशन फीस लेने की अनुमति दी थी। पालकों की मानें तो कई स्कूल ट्यूशन फीस में अन्य शुल्क जोड़कर पूरे पैसे वसूलने का दबाव बना रहे हैं।
विधायक ने कहा यह अवैध है
संसदीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय ने निजी स्कूलों द्वारा लगातार पलकों से लॉकडाउन के समय की फीस मांगने को अवैध बताया उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन जैसे निजी स्कूल की स्थिति परिस्थितियों को लेकर चिंतित व गंभीर हैं, ऐसा ही उनको उन पालकों की आर्थिक परिस्थितियों को लेकर भी चिंतन करना चाहिए जिनकी पिछले 5 माह से कोई आवक नहीं है। फीस विवाद पर विकास ने मध्यस्थता कर मामले में सुलझाने की पेशकश की और बैठक के लिए स्कूल और पालकों को आमंत्रित किया है।