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बालाघाट मुठभेड़ पर सवाल, नक्सलियों के नाम पर निर्दोष आदिवासि की हत्या का आरोप

मध्यप्रदेश के बैहर विधायक का आरोप है कि मुठभेड़ के वक्त मौके पर कोई माओवादी नहीं था बल्कि पुलिस जवानों को देखकर भागने और छिपने की कोशिश कर रहे थे जिन पर बिना कुछ कहे और बताए गोलियां बरसा दी गईं. वही एक आदिवासी की मौत

कवर्धा–  कल शाम से ही जिले में नक्सली मुठभेड़ की खबर मिलते ही सनसनी फैल गयी थी जिसमें कई तरह की बाते सामने आ रही थी घटना मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में गढ़ी थानांतर्गत उमरझोला के पास जंगल में रविवार देर शाम नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में 54 वर्षिय झाम सिंह ग्राम बालसमुंद थाना झलमला निवासी की मौत हो गयी।

सच्चाई जानने CG NEWS TIME पहुचा मृतक के गांव

मृतक घटना के दिन अपने रिस्तेदार नैन सिंह के साथ मछली पकड़ने रविवार सुबह 11 बजे गांव से सात किलोमीटर दूर जंगल के रास्ते नदी में मछली पडकने गया हुआ था नदी मध्यप्रदेश छत्तीशगढ़ की सीमा पर है वे लोग छत्तीशगढ़ की सीमा पर रहते हुए मछली पकड़ रहे थे। दोपहर 3 बजे के आस पास अचानक सुरक्षा बल के जवान फायरिंग करते हुए पहुचे जबतक कुछ समझ पाते जान बचाकर भाग रहे झाम सिंह की गोली लगने से मौत हो गयी वही नैन सिंह जान बचाकर भागते हुए गांव पहुच इस घटना की जानकारी मृतक के भाई मान सिंह को दी और घटना स्थल पर चलने को कहा रात होने के कारण परिजन व ग्रामीणों द्वारा सोमवार सुबह 7 बजे घटनास्थल पहुच देखा वहा खून के धब्बे थे पर शव नही था जिसकी जानकारी परिजनों ने झलमला थाने में दी गयी।

घटना के तुरंत बाद बालाघाट पुलिस अधीक्षक ने किया प्रेस कांफ्रेंस

बालाघाट एसपी अभिषेक तिवारी ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए ले आए हैं। उसके शरीर पर नक्सली वर्दी नहीं है। आसपास के लोगों ने उसकी शिनाख्त की है। इस मुठभेड़ को लेकर अगर कोई आपत्ति दर्ज कराता है तो उसकी जांच की जाएगी।

मृतक परिवार से मिलने पहुचे मध्यप्रदेश (बैहर) विधायक

बैहर विधायक संजय उइके ने इसे फर्जी मुठभेड़ ठहराया है व सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में पुलिस नक्सलियों को तो नही मार पा रहे और मासूम आदिवासियों को सुरक्षा बल निशाना बना रही है इससे पहले भी पूर्व में बालाघाट क्षेत्र में फर्जी मुठभेड़ हो चुके है लगातार हो रहे मुठभेड़ में बेकसूर ग्रामीणों की जान जा रही है और प्रदेश की सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। इस घटना की उच्च स्तर पर जांच होनी चाहिए दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज कर मृतक के परिवार वालो को तत्काल नौकरी व मुआवजा देना चाहिए।

बालाघाट मुठभेड़ फर्जी मुठभेड़- प्रभाती मरकाम

जनपद पंचायत बोड़ला अध्यक्ष प्रभाती मरकाम ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए बालाघाट पुलिस पर आरोप लगाते हुए इसकी न्यायिक जांच की मांग की है व सरकार से मृतक परिवार को मुआवजा व नौकरी देने की मांग।

मृतक का भाई मान सिंह ने निष्पक्ष जांच करवाने छत्तीशगढ़ सरकार से लगाई गोहार लगाई है वही आदिवासी समाज मे इस घटना को लेकर आक्रोश भी है यदि हमें न्याय नहीं मिला तो हम सड़को पर उतरने को तैयार रहेंगे।

 

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