6.6% की दर से बढ़ रहे मरीज, यह देश के अधिकांश संक्रमित राज्यों से अधिक, प्रदेश में 2748 नए केस
रायपुर – छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीज 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं। यह वृद्धि पड़ोसी राज्यों ही नहीं, बल्कि देश के अन्य कई राज्यों से अधिक है। इतनी गंभीर स्थिति होने के बाद भी प्रदेश में एम्स से कोरोना जांच रिपोर्ट 13-13 दिनों में आ रही है। एक्टिव केस के मामले में भी छत्तीसगढ़ ने कई राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। गुरुवार तक प्रदेश में एक्टिव केस 29 हजार से ज्यादा रहे, जो आबादी के अनुपात में देश के गिने-चुने राज्यों में ही हैं। यही नहीं प्रदेश में रिकवरी रेट भी 50 फीसदी से नीचे है, यह भी अधिकांश राज्यों से कम है। राहत की बात यही है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना से मृत्यु दर केवल 0.9 फीसदी है। जबकि पड़ोसी राज्यों में मृत्यु दर अधिक है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित 55000 के करीब पहुंच गए हैं। पिछले 4 दिन में ही 10,000 से ज्यादा मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। मरीजों के मामले में छत्तीसगढ़ का देश में 19 वां स्थान है।
सैंपल 28 अगस्त को लिया एम्स से रिपोर्ट आई 9 सितंबर को
राजधानी के एक बड़े संस्थान में सैंपल कलेक्शन के 13 दिनों बाद रिपोर्ट मिलने की बात सामने आई है। भास्कर के पास 40 ऐसे लोगों की सूची है। सैंपल कलेक्शन 28 अगस्त को हुआ, लेकिन एम्स से जांच रिपोर्ट 9 सितंबर को हुई है। दरअसल, रायपुर में रोज 2400 सैंपल कलेक्शन का टारगेट है। टारगेट के हिसाब से सैंपल लिए तो जा रहे हैं, पर उन्हें वायरोलॉजी लैब में भेजने के बजाय कलेक्शन सेंटरों में ही रख दिया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार सैंपल की जांच जितनी जल्दी हो रिपोर्ट उतनी सटीक आती है। संक्रमण रोकने में भी जल्द जांच जरूरी है।
प्रदेश में 2748 नए केस, आयकर अफसर जौहरी समेत 16 की मौत
रायपुर में गुरुवार को 865 समेत प्रदेश में कोरोना के 2748 नए केस मिले। आईपीएस शलभ सिन्हा भी पॉजिटिव हैं। आयकर विभाग के प्रिसिंपल डायरेक्टर आलोक जौहरी की रायपुर में निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्हें 25 अगस्त को भर्ती किया गया था। मंत्रालय के 50 अफसर-कर्मचारी भी संक्रमित मिले। बीते 24 घंटे में कोरोना से 16 मौतें हुई हैं, जिसमें 5 रायपुर के हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में अब तक कोरोना से 489 लोग दम तोड़ चुके हैं।
जिनमें 222 रायपुर के हैं। प्रदेश में गुरुवार को सामने आए नए मामलों के मिलाकर कोरोना संक्रमितों की अब तक की संख्या 54184 हो गई है। एक्टिव केस 30 हजार के करीब हैं। इनमें से 19260 लोग तो रायपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं।
तेजी से फैल रहे संक्रमण की बड़ी वजह
विशेषज्ञों के अनुसार लॉकडाउन खुलने के बाद केवल प्रदेश नहीं अन्य राज्यों में भी मरीज बढ़े। छत्तीसगढ़ में जितने भी केस आ रहे हैं उनमें से ज्यादातर प्राइमरी काॅन्टेक्ट वाले हैं। प्राइमरी काॅन्टेक्ट का मतलब, वे ऐसे लोग हैं जो मरीज के संपर्क में आकर पॉजिटिव हुए। यह लापरवाही के कारण तो हुआ ही है, आपदा प्रबंधन में भी लापरवाही हुई है। प्रदेश में उतनी सख्ती नहीं हो रही जितनी होनी चाहिए। यही कारण है कि राजधानी रायपुर में औसतन 800 से 900 मरीज रोजाना और प्रदेश में 2200 से 2500 मरीज रोज मिल रहे हैं। यह औसत 1 सितंबर से अब तक का है।
कोरोना को रोकने में आम लोगों की बड़ी भूमिका
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आम लोगों को बड़ी भूमिका निभानी होगी। नेहरू मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड डीन डॉक्टर सीके शुक्ला व सीनियर फिजिशियन डॉक्टर संजय वर्मा के अनुसार जब तक लोगों में जागरूकता नहीं आएगी, बढ़ते संक्रमण को रोकना असंभव है। भीड़ में जाने से बचें। अच्छी क्वालिटी का मास्क पहनें। घर आएं तो सेनिटाइजर व साबुन से 20 सेकंड तक हाथ धोएं। ऑफिस या बाहर किसी परिचित से भी बात करने के दौरान मास्क लगाएं। यह संक्रमण को रोकने में मददगार होगा।
सिंहदेव भी नाराज, बोले- देरी स्वीकार्य नहीं
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि देर से रिपोर्ट मिलने की शिकायतें लगातार आ रही हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें न हों इसलिए सरकार ने अफसरों को अगल से जिम्मेदारी दी है। समय पर रिपोर्ट दी जाए, इसके लिए भी अमला बढ़ाया जा रहा है।