बूढ़ातालाब से करीब डेढ़ किमी दायरे की ड्रोन तस्वीर जिसमें 8 तालाब नजर आ रहे, इस बार सभी लबालब
रायपुर – राजधानी की पहचान तालाबों के शहर के रूप में है, इस बार शहर के 50 में से अधिकांश तालाब इतने भरे हैं कि कभी नहीं डूबनेवाले घाट भी इस दफा डूबे हुए हैं। राजधानी की लाइफलाइन खारुन, जिससे गर्मी में शहर को पीने का पानी मिलता है, वह लक्ष्मण झूले के नीचे 4.5 मीटर भरती थी, लेकिन इस बार वहां का जलस्तर 7.5 मीटर है। शहर के पानी देने वाले गंगेरल बांध में रायपुर के लिए 2 टीएमसी पानी रिजर्व हो गया है, जो जून तक काम अाएगा। खुद रायपुर में 1086 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से ज्यादा है।
रावणभाठा में नया फिल्टर प्लांट
महापौर एजाज ढेबर के अनुसार शहर को पानी देने वाले रावणभाठा फिल्टर प्लांट में 80 एमएलडी का नया प्लांट बन रहा है। पुराने प्लांट में भी ज्यादा क्षमता वाले पंप लग रहे हैं। गंगरेल से इस बार रायपुर को जरूरत का पूरा पानी मिलेगा।
तालाबों में ओवरफ्लो की स्थिति
शहर के बूढ़ातालाब के हर कोने में पानी भरा है। महाराजबंध, तेलीबांधा तालाब, नरैया, आमापारा, खोखो, खमतराई, डंगनिया, खदान, कुशालपुर, अमलीडीह तथा बोरिया तालाब में काफी पानी है और थोड़ी सी बारिश में ये ओवरफ्लो होने की स्थिति में हैं।