मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी का प्रसारण : जिले के कोविड केयर सेंटर में कोरोना से पीड़ित मरीजों ने किया लोकवाणी का श्रवण
मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट से निपटने किए जा रहे प्रयासों की दी जानकारी
रेडियोवार्ता ‘‘समावेशी विकास आपकी आस’’ विषय पर थी आधारित
नारायणपुर- प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी का आज प्रसारण सभी क्षेत्रीय चैनल एवं आकाशवाणी से किया गया। जिसे नारायणपुर जिला मुख्यालय के गरांजी और एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में बनाये गये कोविड केयर सेंटर में कोरोना से पीड़ित मरीजों ने लोकवाणी कार्यक्रम का श्रवण किया। कलेक्टर अभिजीत सिंह के निर्देश पर इन दोनों कोविड केयर सेंटर में मरीजों के लिए लोकवाणी कार्यक्रम को सुनने की पूरी व्यवस्था की गयी थी। कार्यक्रम को सुनने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वाास्थ्य अधिकारी डॉ ए.आर.गोटा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेडियोवार्ता के जरिये प्रदेश वासियों को राज्य में कोरोना संकट से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि मार्च 2020 की स्थिति में केवल एम्स रायपुर में ही कोविड टेस्टिंग की सुविधा थी, जिसे बढ़ाना एक बड़ी चुनौती थी। आज की स्थिति में राज्य के सभी 6 शासकीय मेडिकल कॉलेज, 4 निजी लैब में आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट, 30 लैब में ट्रू नॉट टेस्ट तथा 28 जिला अस्पतालों सहित सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रैपिड एंटीजन किट से टेस्ट की व्यवस्था कर दी गई है। मार्च 2020 में प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार की सुविधा केवल एम्स रायपुर में थी, लेकिन राज्य शासन ने सुनियोजित कार्ययोजना से अब तक 29 शासकीय, 29 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल, 186 कोविड केयर सेन्टर की स्थापना कर दी है। 19 निजी अस्पतालों को भी उपचार हेतु मान्यता दी गई है। मार्च 2020 की स्थिति में 54 आईसीयू बिस्तर तथा 446 जनरल बेड उपलब्ध थे, जिसमें बढ़ोतरी करते हुये अब 776 आईसीयू बेड्स तथा 28 हजार 335 जनरल बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सुविधा हेतु 148 वेन्टिलेटर थे। जो अब बढ़कर 331 हो गए हैं। बघेल ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वक्त सबसे बड़ी जरूरत है कि सब लोग मिलकर हिम्मत का परिचय दें। सावधानी और साहस से यह दौर भी निकल जाएगा। राज्य में ज्यादातर व्यक्ति एसिम्टोमेटिक श्रेणी के आ रहे हैं। इसको लेकर भी भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन फेस मास्क और फेस शील्ड के महत्व को समझें। हाथ साफ करने के लिए साबुन-पानी, सेनेटाइजर का उपयोग करें। भीड़ से बचें। एसिम्टोमेटिक मरीजों के होम आइसोलेशन की सुविधा भी नियमानुसार उपलब्ध है। लगातार समीक्षा और सुधार से स्थितियों को बेहतर किया जा रहा है। टेलीमेडिसिन परामर्श केन्द्र के माध्यम से पूर्ण जानकारी, उपचार हेतु मार्गदर्शन व दवाईयां उपलब्ध कराने की सुविधा भी दी है। संकट अभी टला नहीं है। सावधानी जरूरी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ अम्बेडकर, शास्त्री, आजाद, मौलाना जैसे हमारे नेता जिस न्याय की बात करते थे, उसी साझी विरासत से हमें विकास का छत्तीसगढ़ी मॉडल मिला है। उन्होंने कहा कि समावेश का अर्थ समाज के सभी वर्गों को शामिल करते हुए, सभी की भागीदारी और सबके विकास की व्यवस्था से है। उन्होने देश और प्रदेश की आर्थिक-सामाजिक समस्याओं का समाधान, सभी की आजीविका और बेहतर आमदनी की व्यवस्था समावेशी विकास का मूलमंत्र, महान विभूमियों की न्याय की अवधारण से मिला विकास का छत्तीसगढ़ी मॉडल, सर्वे भवन्तु सुखिनः के वेदवाक्य में समावेशी विकास की भावना, किसान अर्थव्यवस्था की धुरी सहित अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने श्रोताओं को बताया कि राजमेरगढ़ और कबीर चबूतरा में 7 करोड़ रूपये की लागत से इको रिसोर्ट और कैपेटेरिया विकसित किया जायेगा। इस दौरान स्त्रोताओं से फोन में भी बात की एवं उनकी समस्याओं एवं सुझावों को ध्यान से सुना। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए किए जा रहे हर संभव उपायों की भी जानकारी दी। इस बार मुख्यमंत्री की रेडियोवार्ता ’’समावेशी विकास आपकी आस’’ विषय पर आधारित था।