350 स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर रहे, एनआरसी में भर्ती बच्चों को घर भेजना पड़ा, कोरोना की जांच 50 फीसदी कम हो सकी
बैकुंठपुर – शनिवार को जिले के 350 संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की जांच रिपोर्ट देर शाम तक नहीं आ सकी। सीएमएचओ ने दावा किया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि जिला, पीएचसी, सीएचसी अस्पताल समेत हेल्थ वेलनेस सेंटर में भी स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं। इसके अलावा एनआरसी में भर्ती बच्चों की छुट्टी कर घर भेज दिया गया है। संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल की अनुमति नहीं मिलने बावजूद हड़ताल शुरू कर दी है। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा शनिवार से हड़ताल से पहले दिन सबसे बड़ा असर कोरोना संक्रमितों की जांच में देखने को मिला है। हर दिन विभिन्न माध्यम से करीब 400 संक्रमितों की जांच की जा रही थी। हड़ताल के पहले दिन यह आंकड़ा 200 के नीचे आ गया। यही नहीं देर शाम तक जिला स्वास्थ्य विभाग के पास इसकी जानकारी तक नहीं पहुंची कि शनिवार को जिले में कितने कोरोना पाॅजिटिव केस निकले हैं। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के बीच हड़ताल में जाने को आम नागरिक भी सही नहीं मान रहे हैं। क्योंकि पाॅजिटिव मरीज के संपर्क में आने वालों को कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग के जरिए होम आइसोलेट करना, गंभीर मरीजों को रेफर करने के साथ ही टीबी विभाग में टीबी के मरीजों को दवा एवं पोषण आहार उपलब्ध कराने में परेशानी होगी।
एक भी कर्मी को निकाला तो सामूहिक इस्तीफा देंगे
संघ के जिला अध्यक्ष सुधांशु श्रीवास्तव ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती। तब तक हड़ताल जारी रखेंगे। यदि किसी भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई हुई, तो सभी कर्मचारी उनके साथ शासन को इस्तीफा तक देने के लिए तैयार हैं। संयोजक राकेश सिंह ने कहा हमारी लड़ाई शासन और प्रशासन से है। आम जनता से नहीं। इसलिए जरूरत पड़ी तो लोगों की जान बचाने के लिए अति आवश्यक सेवा देने काम पर लौटेंगे।
हड़ताल के लिए अनुमति नहीं मिली
जिला संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हड़ताल के लिए अनुमति एवं स्थान शासन द्वारा नहीं दिया गया है। इसके कारण अपनी सुविधा अनुसार जिले के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
रिपोर्टिंग कार्य प्रभावित हो रहा है: सीएमएचओ
सीएमएचओ डाॅ. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल में जाने से रिपोर्टिंग से संबंधित काम प्रभावित हो रहा है। कोरोना संक्रमितों की जांच, इलाज और मरीजों की देख रेख की जिम्मेदारी नियमित स्टाफ कर रहा है।