गृहमंत्री का निवास घेरने जा रहे दो पूर्व मंत्री जिलाध्यक्ष समेत सैकड़ों भाजपाई गिरफ्तार
रायपुर -राजधानी में बढ़ते अपराध, हत्या, लूट, अवैध शराब-ड्रग्स के विरोध में मंगलवार को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के बंगले का घेराव करने निकले पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, सांसद विजय बघेल, जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भाजपा ने चेतावनी दी है कि व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर आने वाले समय में हर चौक-चौराहे और थाने के सामने सीएम का पुतला जलाएंगे। भाजपा के विपक्ष में आने के बाद राजधानी में सरकार के खिलाफ पहला आक्रामक प्रदर्शन किया गया। बूढ़ापारा स्थित धरनास्थल पर धरना दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह भीड़ बता रही है कि 22 महीने में ही कांग्रेस की चुनी हुई सरकार ने अलोकप्रिय होने का रिकार्ड बनाया है। कांग्रेस जो वादे कर सत्ता में आई, आज उनसे पीछे हट रही है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यह लड़ाई आपसे नहीं है, हम सरकार को उनका कर्तव्य याद दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष सुंदरानी ने कहा कि शासन के नकारेपन के विरुद्ध जंग का आगाज है, जिसे अंजाम तक पहुंचाना है।
इस दौरान सच्चिदानंद उपासने, संजय श्रीवास्तव, मोती साहू, नंदे साहू, राजीव अग्रवाल, मीनल चौबे, अमित साहू, राजीव मिश्रा, अनुराग अग्रवाल, उमेश घोरमोड़े, अमित मैसेरी सहित तीन हजार से ज्यादा कार्यकर्ता मौजूद थे।
पाटन की आग जाएगी प्रदेश तक : दुर्ग के भाजपा सांसद विजय बघेल भी धरने में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबाेधित करते हुए कहा कि आप लोग गृहमंत्री के विरोध में तख्ती लिए हुए हैं, लेकिन यहां मुख्यमंत्री के अलावा किसी मंत्री की चलती है क्या? गृहमंत्री को तो पता भी नहीं चलता कि उनके विभाग में तबादले हा़े गए हैं। बघेल ने कहा कि कार्यकर्ताओं के खिलाफ जबरन पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में पाटन में जो आग लगी है, वह रायपुर से अब पूरे प्रदेश में धधकने लगी है।
भाजपा की स्वहित से जुड़ी रैली फ्लाप रही : उपाध्याय
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा की रैली को असफल बताया। उन्होंने कहा कि जन आक्रोश नहीं बल्कि स्वहित से जुड़ी रैली थी। आज की नुक्कड़ सभा में उपस्थित भाजपा नेताओं को बताना चाहिये कि अपने शासन काल में नशे के कारोबार को बंद कराने कितनी छापेमारी की। नहीं की गई क्योंकि उन्हीं के नेताओं का पूरे नशा के कारोबार को संरक्षण था।जो 15 साल तक लूटते रहे अब शराब को लूटने में भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू द्वारा पुलिस प्रशासन को कड़ाई करने से भाजापाइयों की नींद उड़ी हुई है। आपराधिक प्रकरणों में लिप्त भाजपा के कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़ाने भ्रष्ट भाजपा नेताओं की हालत पस्त है।