महिलाओं के खिलाफ होने वाले हर अपराध की गूगल शीट से निगरानी, 60 दिन में चालान पेश नहीं करने पर तत्काल सस्पेंड
रायपुर -महिलाओं के खिलाफ होने वाले हर अपराध की अब गूगल स्प्रेड शीट में एंट्री की जाएगी। इसके बाद से ही पुलिस मुख्यालय की हर केस पर सीधी नजर होगी। डीजीपी डीएम अवस्थी हर दिन मॉनिटरिंग करेंगे। कोई भी केस दर्ज होने के बाद 15 दिन में आरोपी के गिरफ्तार नहीं होने पर यलो अलर्ट आएगा। आरोपी की गिरफ्तारी के 15 दिन में चालान पेश नहीं होने पर रेड अलर्ट आएगा और 60 दिन के भीतर चालान पेश नहीं होने पर संबंधित थाने और थानेदार का नाम ब्लैक लिस्ट में चला जाएगा। ब्लैक लिस्ट होते ही थानेदार को सस्पेंड कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी। इस पूरी कवायद के लिए डीजीपी ने पुलिस मुख्यालय में विशेष महिला सेल बनाया है। एआईजी भावना गुप्ता को स्टेट नोडल अधिकारी बनाया गया है। सीएम भूपेश बघेल ने महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए डीजीपी से ऐसी प्रणाली तैयारी करने कहा था, जिससे पुलिस मुख्यालय से सीधी निगरानी हो सके। इसके अंतर्गत ही डीजीपी ने गूगल स्प्रेड शीट के जरिए निगरानी की व्यवस्था बनाई है। विशेष महिला सेल हर थाने में दर्ज होने वाले केस की अपडेट रिपोर्ट रखेगा। इसके अलावा जांच में जरूरी मदद भी करेगा। डीजीपी अवस्थी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी आईजी-एसपी से बात की और नई व्यवस्था के बारे में बताया। यह व्यवस्था एक नवंबर से शुरू होगी। डीजीपी ने कहा कि कोई भी थानेदार ऐसे मामलों में लापरवाही करता है तो तत्काल सस्पेंड करें। ऐसे मामले सामने आने के बाद बलरामपुर में एसडीओपी और टीआई व कोंडागांव में सख्त कार्रवाई कर यह संदेश दिया गया है।
बेहतर जांच, कार्रवाई करने पर मिलेगा इनाम
डीजीपी अवस्थी ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध की जांच और कार्रवाई समय पर करने और अपराधी को सजा दिलाने वाले पुलिस अधिकारियों को सुपर इन्वेस्टिगेटर के खिताब से नवाजा जाएगा। वे स्वयं ऐसे पुलिस अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेंगे। दरअसल, इस पूरी कवायद का उद्देश्य पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाना है।