15-20 साल से लगी थी बुरी लत, उससे बाहर निकले फिर नशे के खिलाफ चलाया अभियान, अब दूसरों को दिखा रहे राह
रायपुर -राजधानी में कम उम्र से लेकर बड़े तक के नाम ड्रग्स लेने में सामने आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो लंबे समय से नशे के आदी थे लेकिन अब वे इस बुरी लत से बाहर निकल रहे हैं। एक साल से शराब के आदी एक युवक खुद इस नशे से मुक्त हुआ और अब नशे के गिरफ्त में आ चुके लोगों को नशा मुक्ति केंद्र जुड़ उन्हें जागरूक कर रहा है। इतना ही नहीं 15-20 साल से अलग-अलग नशे लेने वाले कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो अब इस नशे के खिलाफ काम कर रहे हैं, एक मुहिम चला रहे हैं और अपने आसपास के लोगों के साथ दूसरों को भी नशे से बचा रहे हैं। राजधानी में संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में 15-15 के बैच में नशे के आदी लोगों को रखा जाता है, वहां अधिकतर युवा वर्ग के लोग ही आते हैं। इसकी संचालिका मनीषा शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा शराब, गांजा के साथ कुछ महंगे ड्रग्स की आदी आते हैं।
कुछ तो ऐसे होते हैं जो 12-15 की उम्र से इसके आदी हो गए हैं तो कुछ बाद में दोस्तों के कारण हुए। यहां आने वाले नशे के आदी लोगों की काउंसिलिंग से यह निष्कर्ष निकला कि 60-70 फीसदी संगत व दोस्तों के कारण ही नशे के आदी हुए। इसके अलावा 20 फीसदी दूसरों को देखकर या शौक से इसके संपर्क में आए। मनीषा ने बताया कि यह जरूर है कि यहां आने वाले अधिकतर नशे वालों को उनके परिवार व रिश्तेदार ही यहां लेकर ठीक कराने आते हैं, अपने से बहुत ही कम लोग आते हैं। यहां से नशे से मुक्त होकर निकले जरूर कुछ लोग आज दूसरों के उदाहरण हैं कि वे अपने साथ अब अन्य को भी इससे बुरी आदत से बाहर निकालने में लगे हुए हैं।
केस – 1
सालभर से थी लत, बाहर निकल जागरूक कर रहे
नशे के आदी लोगों को जागरूक करने वाले 28 साल के किशोर (बदला हुआ नाम) अब खुद मिसाल पैदा कर रहे हैं। एक साल पहले जहां वे दोस्तों की संगत में आकर शराब पीने लगे थे। यह धीरे-धीरे बढ़ने लगा तो वे खुद परेशान होने लगे। इसके बाद दोस्तों ने उन्हें रायपुर के एक नशा मुक्ति केंद्र के बारे में जानकारी दी और वे यहां एक महीने रहे। वे नशा मुक्ति केंद्र से जुड़े और यहीं रहकर ऐसे लोगों को जागरूक करने लगे। किशोर का कहना है कि मुझे इस लत में फंसे लोगों की समस्या मालूम है, उन्हें समझाता हूं कि इससे कैसे निकल सकते हैं, कैसे बच सकते हैं।
केस – 2
18 साल नशा किया, इन सब से दूर,अब गर्व है मुझे
पंडरी में रहने वाले 41 साल के बादल (बदला हुआ नाम) पिछले 8 साल से हर तरह के नशे से बाहर निकल चुके हैं। उनका कहना है कि 14-15 की उम्र से दोस्तों की संगत में शराब के साथ करीब 17-18 साल तक हर तरह का नशा करना शुरू कर दिया था। कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था, सबकुछ खत्म हो गया था। इसके बाद शंकर नगर स्थित नशा मुक्ति केंद्र की जानकारी मिली और खुद से गया। वहां करीब दो महीने रहा। इसके बाद से आज तक किसी तरह का नशा नहीं किया। रिश्तेदारों, दोस्तों के साथ मोहल्ले में भी जाकर लोगों को समझाता हूं, मुझे देख 5-6 लोग नशा करना छोड़ दिया।