करवा चौथ पर शुभ संयोग सुहागिन महिलाओं को मिलेगा अखंड सौभाग्य
@सुशील तिवारी
करवा चौथ की तैयारी में जुटी महिलाएं
गेवरा दीपका- विवाहित महिलाओं का पति की लंबी आयु की कामना के लिए रखे जाने वाला महापर्व करवा चौथ इस बार कई अच्छे से योग लेकर आ रहा है। भगवताचार्य पण्डित अनिल शुक्ला महाराज ने बताया कि इस बार जहां करवा चौथ पर स्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है वही शिव योग, बुधादित्य योग, सप्तकीर्ति, महदीर्घायु और सौख्य योग का भी निर्माण हो रहा है यह सभी योग बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस दिन की महत्ता और भी बढ़ जाती है खासतौर पर सुहागिनों के लिए करवा चौथ अखंड सौभाग्य देने वाला होगा इस बार करवा चौथ कथा और पूजन का शुभ मुहूर्त 5.34 बजे से शाम 6.52 बजे तक है।
सुहागन महिलाओं के जीवन में करवा चौथ का खास महत्व होता है महिलाएं पूरे साल इस विशेष दिन का इंतजार करती हैं इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हैं रात में चंद्रमा की पूजा के बाद पति का चेहरा चलनी की ओट से देखते हुए जल ग्रहण करती हैं करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि को रखा जाता है इस साल करवा चौथ का व्रत 4 नवंबर बुधवार को रखा जाएगा।
करवा चौथ की तैयारी में जुटी महिलाएं
करवा चौथ से बाजार को भी बड़ी उम्मीद है दरअसल कोरोना महामारी कारण बाजार में मंदी है जानकारों का मानना की दिवाली से पहले पढ़ने वाले करवा चौथ से ही बाजार की रौनक लौट सकती है। 7 माह बाद बाजार में रौनक बढ़ने लगी है दिवाली भी नजदीक है बाजार अब गुलजार होने की तैयारी में है
करवा चौथ की तैयारी में जुटी महिलाएं
मंजू जायसवाल प्रगति नगर दीपका
करवा चौथ से बाजार को भी बड़ी उम्मीद है दरअसल कोरोना महामारी कारण बाजार में मंदी है जानकारों का मानना की दिवाली से पहले पढ़ने वाले करवा चौथ से ही बाजार की रौनक लौट सकती है। 7 माह बाद बाजार में रौनक बढ़ने लगी है दिवाली भी नजदीक है बाजार अब गुलजार होने की तैयारी में है।
कोरोनकाल में करवाचौथ का रंग फीका नही होगा
सारिका यादव उर्जा नगर गेवरा
श्रीमति सारिका यादव ने बताया कि कोरोनकाल में करवा चौथ का रंग फीका नही होने देंगे,साल में एक बार आने वाले करवा चौथ पर्व को लेकर मन में काफी उत्साह रहता है जिसका वर्ष भर इंतजार रहता है ,सजने सवरने का मौका एक बार फिर मिलता है व्रत को लेकर पूरी तैयारियां कर लिया है फिर भी कोई कमी ना रह जाए इसकी भी चिंता रहती है हालांकि बचपन से ही मां को पूजा करते देखती आई हूं मेरे लिए यह सिर्फ एक व्रत नहीं बल्कि खास दिन है इस दिन को बेहतरीन तरीके से सेलिब्रेट करूंगी, बाजार में जाकर खरीदारी भी पति के साथ कर लिया है।
पूरे परिवार के साथ करवा चौथ पूजा से उत्साह होता है दुगना
श्वेता सोनी प्रगति नगर दीपका
तीसरे करवा चौथ की तैयारी कर रही श्रीमती श्वेता सोनी ने बताया कि पूरे परिवार के साथ करवा चौथ का व्रत रखने से उत्साह दोगुना हो जाता है हालांकि इस बार कोरोना के कारण आसपास की महिलाएं एक साथ नहीं जुट पाएंगे बावजूद इसके मस्ती में कोई कमी नहीं रहने दिया जाएगा शाम को पूजा और चांद देखने के बाद पति देव के हाथों जल ग्रहण के साथ व्रत पूरा होगा।
छलनी की ओट से चंद्र दर्शन
श्रीमति लक्ष्मी तिवारी प्रगति नगर दीपका
करवा चौथ को लेकर मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणें सीधे नहीं देखी जाती हैं उसके मध्य किसी पात्र छलनी द्वारा देखने की परंपरा है क्योंकि चंद्रमा की किरणें अपनी कलाओं में विशेष प्रभावी रहती हैं जो लोक परंपरा में चंद्रमा के साथ पति पत्नी के संबंध को ऊर्जा से भर देती हैं क्योंकि चंद्र के तुल्य ही पति को माना गया है इसे चंद्रमा को देखने के बाद तुरंत उसे छलनी से पति को देखा जाता है इसका एक और कारण बताया गया है कि चंद्रमा को भी नजर ना लगे और पति पत्नी के संबंध मधुरता बनी रहे।
श्री मति वृन्दा चौहान दीपका
नारी शक्ति के ढृढ़ संकल्पना का पर्व करवा चौथ
कार्तिक मास कि कृष्णा चतुर्थी को किया जाने वाला ये करवा चौथ का व्रत कहने को तो एक त्यौहार और व्रत है,लेकिन यह नारी शक्ति और उसकी क्षमताओ का सर्व श्रेष्ठ उदाहरण है वो इसलिए क्योंकि नारी अपने दृढ़ संकल्प से यमराज से भी अपने पति के प्राण वापस ला सकती है।पति की दीर्घायु की कामना हेतु दुल्हन की तरह सज संवर कर यह व्रत दिन भर निर्जल रहकर और चाँद के निकलने के बाद आटा छन्नी से पति का चेहरा देख कर चंद्र दर्शन और पूजन के बाद जल लेकर व्रत तोड़ती है।
श्रीमति रेनू तिवारी उर्जा नगर गेवरा
करवाचौथ त्योहार का सुहागिनों के लिए अलग ही महत्त्व है
आर एन इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्राचार्य रेनू तिवारी ने कहा कि दीपावली के 10 दिन पहले करवा चौथ त्यौहार की बाजार में धूम है, सुहागिने खरीदारी के लिए बाजार जा रही हैं वही वे अपने पति के लंबी उम्र की कामना करते हुए करवा चौथ का व्रत रखती हैं अब युवतियां भी योग्य वर की कामना के साथ निर्जला उपवास करती हैं महिलाओं के लिए करवाचौथ का अलग ही महत्व है। दशहरे के बाद अब करवा चौथ को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह रहता है कपड़े फैंसी आइटम के लिए बाजार में रौनक रहती है इसके बाद धनतेरस दिवाली का माहौल बन जाएगा करवा चौथ की तैयारी कर ली गई है।