दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही व गिरफ्तार छात्र- छात्रों की रिहाई को लेकर भाजपाइयों ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
कवर्धा- शहर में सामुहिक दुष्कर्म के मामले में प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार हुए ABVP कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झुमाझटकी भी है, प्रदर्शन के लिए प्रदेशभर से जुटे भाजपाइयों के “अकबर तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, हमें भी गिरफ्तार करो” नारे से कवर्धा गूंज उठी। पुलिस की लगाई गई बेरिकेटिंग पर भाजपा कार्यकर्ताओं को जवान रोकने में कामयाब रहे।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने इस मौके पर कहा कि पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम को देखकर एक दुर्भाग्यजनक बू आती है, मैं इसे दुर्भाग्यजनक और षड्यंत्र मनाता हूँ। एक नाबालिग लड़की, जो आदिवासी वर्ग से आने वाली एक ऐसी उम्र में जिस समय दुनिया की समझ नहीं है, उसके तीन बयान और हर बयान हर बयान से अलग है।
पहली बार जब बच्ची का बयान होता है तो वह कहती है कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है, लेकिन जब उसके मजिस्ट्रेट के सामने बयान बदल जाता है। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कांफ्रेंस कर लड़की के बयान बदलने की बात कहते है, फिर कुछ दिन बाद उसी मामले में 4 लोगों को उठा लिया जाता है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई संदेहस्पद है, जब तक इस मामले की पूरी जांच और नाबालिग को न्याय नहीं मिल जाता बीजेपी जमीन लड़ाई लड़ती रहेगी।
भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने सवाल किया कि अनाचार से पीड़ित एक बेटी के लिए न्याय मांगना क्या अलोकतांत्रिक है? जिस तरह से पुलिस कार्रवाई कर रही है, यह प्रदेश व कवर्धा की जनता भलीभांति जानती है कि आख़िरकार किसके इशारे पर यह सब हो रहा है? पांडेय ने कहा कि अत्याचार व आंतक को समर्पित प्रदेश सरकार के खिलाफ़ हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक पीड़ित बेटी को न्याय नहीं मिल जाता और निरपराध युवाओं की रिहाई नहीं हो जाती है। यह घटना निश्चित ही निदंनीय है और प्रदेश सरकार ने जिस तरह से पूरे आंदोलन को कुलचने का प्रयास किया है, उससे यह भी स्पष्ट होता है कि बेटियों की रक्षा करने विफल सरकार को बेटियों की अस्मिता की कोई चिंता नहीं है।