नगर पालिका में दीपका विकास योजना के विमोचन के साथ दावा आपत्ति प्रारंभ
दीपका निवेश क्षेत्र एक दशक के बाद 2031 तक डेढ़ लाख की आबादी के साथ औद्योगिक सह सामान्य नगर बन जायेगा
गेवरा दीपका@Sushil Tiwari
दीपका नगर निवेश क्षेत्र का प्रस्तावित भूमि उपयोग एक दशक के बाद 2031 में एक औद्योगिक सह सामान्य नगर बन जाएगा। दीपका निवेश क्षेत्र की आबादी लगभग डेढ़ लाख होगी तत संबंध में दीपका नगर पालिका परिषद के प्रांगण में विकास योजना का मानचित्र का विमोचन हुआ दीपका निवेश क्षेत्र में एक दशक के बाद 2031 में विकास की योजना नगर एवं ग्राम निवेश विभाग ने खाका तैयार कर लिया है।
दीपका नगर की जनसंख्या 2011 के अनुसार 27858 है जो कोरबा जिले के दीपका तृतीय श्रेणी का नगर है दीपका नगर और 21 ग्रामों को मिलाकर निवेश क्षेत्र का गठन छत्तीसगढ़ नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 13( 1) के अंतर्गत अधिसूचना 999/एफ 9-14 /32/05 रायपुर दिनांक 30 अप्रैल 2005 के तहत किया गया। दीपका के अलावा ग्राम पंचायत ढुरेना और झाबर पंचायत नगर क्षेत्र के लिए योग्य रहेंगे जिसका खाखा T&C विभाग ने तैयार कर लिया है ।
निवेश क्षेत्र का वर्तमान भूमि उपयोग वर्ष 2015 में प्रकाशित किया गया था। नगर पालिका दीपका समेत आसपास के कुल 21 गांव सम्मिलित किए जाएंगे ।
6 जनवरी बुधवार को दोपहर 12:00 बजे नगर पालिका परिषद प्रांगण में विकास योजना प्रारूप 2031 की प्रदर्शनी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के द्वारा लगाई गई थी जिसमें दीपका विकास योजना प्रारूप 2031को फोकस कर पत्रिका का विमोचन कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर के मुख्य अतिथि में किया गया।
विभाग की ओर से जारी की गई मानचित्र पत्रिका में दीपका नगर एवं उसके आसपास के क्षेत्र के क्षेत्र विशेषकर ढुरेना, झाबर गांव को नगरीकरण योग्य क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है इन क्षेत्रों में कुछ मार्ग प्रस्तावित किए गए हैं ।गावो और पुनर्वास गांवों को वर्तमान आबादी के लगभग 50 मीटर का क्षेत्र विशेषकर मार्गों के साथ ग्रामीण विस्तार के अंतर्गत प्रस्तावित किया गया है। खदानों के आसपास के क्षेत्र को किसी भी प्रकार के विकास को प्रस्तावित नहीं किया गया है ।
नगर पालिका दीपका के समीप ग्राम ढुरेना, देवगांव, बतारी वाणिज्य क्षेत्र के लिए प्रस्तावित है ।देवगांव में प्रस्तावित रेल मार्ग के साथ चाकाबुड़ा में प्रस्तावित क्षेत्र लॉजिस्टिक हब के तौर पर विकसित किए जाएंगे ।
दीपका निवेश क्षेत्र को पांच निवेश इकाइयों बांटा गया है यह निवेश इकाइयां मुख्य मार्गों को आधार मानकर / की गई है विकास योजना के प्रस्तावों के क्रियान्वयन में लगभग 1486 करोड रुपए निवेश की आवश्यकता होगी जिसकी आवश्यक धनराशि की उगाही अलग-अलग तरीकों से की जाएगी जिसमें कुछ भारत सरकार राज्य सरकार से मिले अनुदान और कुछ स्थानीय सरकार व निजी भागीदारी सम्मिलित होगी।
एक माह 4 फरवरी तक विभाग को सुझाव एवं दावा आपत्ती आम नागरिक भी दे सकेंगे।