सांसद ने लोकसभा में की भोरमदेव मंदिर की बताई महत्ता, प्रसाद योजना में शामिल करने की मांग
कवर्धा- छत्तीसगढ़ के खजुराहो भोरमदेव के समुचित विकास किए जाने व पर्यटन को बढ़ावा देने की मांग राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में की।
सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए छत्तीसगढ़ के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर व स्थल की महत्ता बताई। उन्होंने बताया कि भोरमदेव मंदिर के चारो ओर मैकल पर्वत समूह है। जिनके मध्य हरी भरी घाटी में यह मंदिर है। मंदिर के सामने एक सुंदर तालाब भी है। इस मंदिर की बनावट खजुराहो तथा कोणार्क के मंदिर के समान है जिसके कारण इस मंदिर को ‘छत्तीसगढ का खजुराहो’ भी कहते हैं। यह मंदिर एक एतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर को 11वीं शताब्दी में नागवंशी राजा गोपाल देव ने बनवाया था। उन्होंने कहा कि भोरमदेव एक सुप्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थल है। जहां छ्ग राज्य व देश सहित विदेशी पर्यटकों का भी लगातार आना जाना लगा रहता है।
साथ ही हर वर्ष यहां भोरमदेव महोत्सव के रूप में बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। साथ ही यहां बड़ा मेला भी लगता है। इसके अलावा प्रत्येक वर्ष सावन माह में बड़ी संख्या में शिव भक्त कावंरियों का दल अमरकंटक से नर्मदा का जल लेकर यहां भोरमदेव में आकर जलाभिषेक भी करते हैं। यह स्थल कई मायनों में बेहद ही महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से भोरमदेव का समुचित विकास होना आवश्यक है। सांसद पांडेय ने लोकसभा में भोरमदेव को डोंगरगढ़ के लिए स्वीकृत प्रसाद योजना अंतर्गत शामिल करने की मांग केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल के समक्ष रखी। ताकि भोरमदेव का समुचित विकास हो सके व पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
सांसद ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री को पत्र भी लिखा
भोरमदेव के समुचित विकास के लिए सांसद पांडेय ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल को पत्र भी लिखा है। सांसद ने भोरमदेव में तालाब का सौंदर्यीकरण, सर्वसुविधायुक्त सुलभ शौचालय, कार्यक्रम आयोजन हेतु बड़ा व आकर्षक सांस्कृतिक मंच, बड़ा सांस्कृतिक भवन, पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था, गार्डन का जीर्णोद्धार, परिसर व कवर्धा-भोरमदेव मार्ग में पर्याप्त लाइटिंग आदि विषय को लेकर स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।