सीमेंट ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल खत्म, 12 प्रतिशत भाड़ा वृद्धि के साथ सीमेंट के दाम कम होने के आसार
रायपुर- पिछले दिनों से काम बंद हड़ताल में चल ट्रांसपोर्ट्स व्यवसाइयों और ट्रक मालिकों के साथ मंत्री मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में चली बैठक का सकारात्मक रुझान आज से देखने को मिलेगा।
दरअसल, सीमेंट कंपनियों के द्वारा दिए जा रहे कम भाड़े को बढ़ाये जाने की मांग को लेकर उन्होंने कामबंद किया था। वहीं 24 दिनों से चल रहे हड़ताल को रविवार को समझौते बैठक के साथ वापस ले लिया गया। आज से ट्रांसपोर्टिंग फिर से शुरुर होगी। वहीँ सोमवार से बाजार खुलने के साथ ही सीमेंट के भाव कम होने आसार हैं। जिसमें अब तक 400 रूपये में मिल रहे सीमेंट की कीमत घटकर 260-280 होने की सम्भावना जताई जा रही है।
ट्रांसपोर्टरों के अनुसार एक दो दिन में सीमेंट की सप्लाई सामान्य हो जाएगी. वहीँ बोरी की कीमत 250 रूपये तक कम होने के संकेत दिए. हड़ताल में चल रहे ट्रक मालिकों की मांग थी की उन्हें 40% अतिरिक्त भाड़ा दिया जाए। उनकी मांगों को लेकर चल रही हड़ताल खत्म करने मंत्री मोहम्मद अकबर ने त्रिपक्षीय वार्ता रख समझौता करवाया और अंततः 12% वृद्धि के साथ हडताली राजी हुए. जिससे अब प्रदेश में सीमेंट के भाव पर भी असर दिखाई पड़ेगा।
क्या था सीमेंट विवाद
परिवहन का भाड़ा बढ़ाने को लेकर 26 फरवरी से ट्रांसपोर्टरों और सीमेंट कंपनियों के बीच विवाद चल रहा है। इसकी वजह से सीमेंट की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। पेट्रोल- डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए ट्रांसपोर्टर सीधे 40 फीसद भाड़ा बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि अभी जो भाड़ा चल रह है वह 2017 में तय हुआ था, उस वक्त डीजल की कीमत 58 रुपये थी। अब यह बढ़कर दोगुनी हो चुकी है।
इसके विपरीत सीमेंट कंपनियां भाड़ा बढ़ाने के लिए राजी नहीं थी। इससे दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बन पा रह थी। ऐसे में परिवहन मंत्री अकबर ने दोनों पक्षों को शुक्रवार को अपने निवास कार्यालय बुलाकर सुलह की कोशिश की। मंत्री के आग्रह पर ट्रांसपोर्टर 12 फीसद भाड़ा बढ़ने पर परिवहन फिर से शुरू करने पर राजी हो गए। वहीं, बैठक में मौजूद सीमेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में उच्च प्रबंधन से चर्चा के बाद कोई निर्णय लेने की बात कही थी।