कबीरधाम : लॉक डाउन में भी रोजगार देने कवर्धा वन विभाग ने निकाला कारगार उपाय, 34 हजार संग्राहक परिवारों को मिलेगा सीधा लाभ, जानियें …
कबीरधाम । कबीरधाम जिले की जलवायु को देखते हुए मई माह के पहले सप्ताह में कवर्धा में तेंदूपत्ता संग्रहण 251 फड़ों में शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा और वनमंडलाधिकारी व प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा दिलराज प्रभाकर के द्वारा जिले के सभी फड़ों में फड़ मुंशी और फड़ अभिरक्षकों की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। तेंदूपत्ता संग्रहण के इस कार्य को कराने के लिए उप वन मंडल अधिकारी जोनल अधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी बतौर नोडल अधिकारी तथा इन 19 प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के लिए 19 पोषक अधिकारी और 19 प्रबंधकों की ड्यूटी लगाई गयी है।
कबीरधाम जिले के जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2021 में संग्रहण लक्ष्य 40800 मानक बोरा, 16.32 करोड़ रूपए तथा संग्राहक परिवार संख्या लगभग 34000 निर्धारित किया गया है। वर्ष 2021 तेंदूपत्ता सीजन में कुल 19 समितियों में से 12 समितियों का अग्रिम में निर्वर्तन हो चुका है। बाकी 7 समितियों में विभागीय संग्रह किया जाएगा।
बता दे कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021 में तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित की गई है। राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य से लगभग 13 लाख आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवारों को सीधा-सीधा लाभ मिलेगा और इसके संग्रहणकाल माह मई तथा जून में दो माह के भीतर संग्राहकों को 668 करोड़ रूपए की राशि के संग्रहण पारिश्रमिक का वितरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में जिलेवार कोरोना संक्रमण की स्थिति के संबंध में ली गई समीक्षा के दौरान निर्देशित किया था कि राज्य में लघु वनोपजों के संग्रहण कार्य को भी निरंतर जारी रखा जाए, ताकि जरूरतमंदों को रोजगार के लिए भटकना न पड़े और उनकी अतिरिक्त आमदनी भी सुनिश्चित हो। इनमें लघु वनोपजों के संग्रहण के दौरान कोविड-19 के गाइडलाईन तथा आवश्यक सावधानियां का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
इसके लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी प्रमुख सचिव वन मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी तथा प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित संजय शुक्ला को सभी वन मंडलों में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कबीरधाम वनमंडलाधिकारी तथा प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा दिलराज प्रभाकर ने बताया कि कबीरधाम जिले में विगत वर्षो में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2018 में 42242 मानक बोरा, राशि 10.56 करोड़ रूपए संग्राहक परिवार संख्या 28474; वर्ष 2019 में 35411 मानक बोरा, राशि 14.16 करोड़ रूपए, संग्राहक परिवार संख्या 33031; वर्ष 2020 में 20304 मानक बोरा, राशि 8.12 करोड़ रूपए, संग्राहक परिवार संख्या 29310 रही।
कोविड संक्रमण से बचने, जारी प्रोटोकॉल के निर्देशों का पालन होगा
वनमंडलाधिकारी तथा प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा दिलराज प्रभाकर ने बताया कि विगत वर्ष कोरोना की महामारी को देखते हुए राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित रायपुर द्वारा सभी संग्राहक परिवारों को 1.51 लाख मास्क उपलब्ध कराए गए थे। सभी फड़ों पर सैनिटाइजर, बाल्टी-मग पानी, सोशल डिस्टेंसिंग तथा संग्राहक परिवार सदस्य मास्क लगाकर ही फड़ पर अपना तेंदूपत्ता विक्रय करने आएगा, ऐसा सुनिश्चित किया गया था।
इस वर्ष भी तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य प्रारंभ होने के पूर्व वन मंडलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक, जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा के द्वारा जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य अधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप प्रबंध संचालक, समस्त उप वन मंडल अधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी, परिक्षेत्र सहायक, पोषक अधिकारी, प्रबंधक, तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार, तेंदूपत्ता ठेकेदारों तथा उनके मजदूरों को कोरोनावायरस महामारी से बचाव एवं सावधानियां संबंधित शासन और प्रशासन के जारी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया है। सभी तेंदूपत्ता फड़ों पर कोरोना वायरस के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर, हाथ धोने के लिए पानी साबुन बाल्टी, इत्यादि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।