कबीरधाम : कोरोना से ठीक होने वालों की तदाद तेजी से बढ़ी, जिला प्रशासन का जनता ने किया सहयोग, जानियें आज तक का पूरा आंकड़ा
कबीरधाम । जिले में कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे घटने लगा है। मार्च महीने में 51,010 लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें से 376 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए
इसके तुरंत बाद जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने अपील जारी करके लोगों को धैर्य रखने व लक्षण वालों और प्रायमरी कॉन्टेक्ट वालों को तत्काल कोरोना जांच कराने की अपील की थी, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि फैल चुके संक्रमण के कारण प्रथम माह यानी अप्रेल 2021 में कोरोना के घनात्मक प्रकरण अधिक मिल सकते हैं, लेकिन इसके पश्चात जनसहयोग और समझदारी से हमें धीरे-धीरे राहत मिल सकती है। इसके लिए उन्होंने जनता से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की।
पूर्वानुमान के अनुरूप माह अप्रेल में 57,812 लोगों की जांच की गई, जिसमें से 10,105 लोग कोरोना संक्रमित मिले। जिला प्रशासन द्वारा कबीरधाम में तत्काल लॉक डाउन की जगह शहर व जिले में प्रवेश के लिए कोरोना जांच को अनिवार्य किया गया, क्योंकि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए संक्रमण का चेन तोड़ना जरूरी था। संक्रमण की सम्भावनाओं को रोकने के उद्देश्य से जांच बढ़ाकर संक्रमितों को जिले व शहर में प्रवेश नही दिया गया। इससे तत्कालीन फैल चुका संक्रमण पकड़ में आया, लेकिन अब हालात में सुधार दिखने लगे हैं।
सप्ताह-दर-सप्ताह कम हो रहा कोरोना संक्रमण –
दिनांक 30 अप्रेल से 6 मई तक 13 हजार 303 लोगों का जांच किया गया, जिनमें से 2831 प्रकरण कोरोना संक्रमित मिले, जबकि पिछले सप्ताह 13 हजार 79 लोगों का कोरोना जांच किया गया था, जिसमें 3154 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। इससे स्पष्ट है कि अब कोरोना संक्रमण पीछे की ओर हटने लगा है।
छूटे हुए डेटा एंट्री करके राज्य पोर्टल में स्थिति को सुधारा जाएगा –
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मण्डल ने बताया कि अब तक कुल हुए कोरोना जांच की एंट्री आई सी एम आर पोर्टल में नही हो पाने के कारण जिले व राज्य के डेटा में भारी अंतर नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन व जिला पंचायत सी ई ओ विजय दयाराम के के नेतृत्व में आई सी एम आर पोर्टल में कोरोना नेगेटिव प्रकरणों की एंट्री शुरू कर दी गई है। आने वाले सप्ताह तक यह पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि बैकलॉग के कारण जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति में काफी अंतर दिख रहा है।