गेवरा/दीपका : खदान मारपीट मामले में आया नया मोड़, डंपर ऑपरेटर ने कहा आपस में भिड़े कोयला दलाल, मुझे बेवजह फंसाया …
गेवरा/दीपका। खदान में डंपर ऑपरेटर व कोयला लिफ्टर के विवाद में नया मोड़ आया है। डंपर ऑपरेटर का आरोप हैं कि उसे बेवजह फंसाया जा रहा हैं। यह कोयला दलालों का आपसी विवाद है।
दरअसल, बुधवार सुबह मामला सामने आया कि पैसों के विवाद को लेकर खदान में डंपर ऑपरेटर ने कोयला लिफ्टर पर जानलेवा हमला किया है। इसकी एफ आई आर थाने में दर्ज कराई गई। डंपर ऑपरेटर धनेश गुरुदान ने आरोपों को निराधार बताया है।
डंपर ऑपरेटर ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि मेरी उस रात नाइट शिफ्ट थी। करीब 12:30 बजे डंपर क्रमांक 165 को लेकर खाली करने जा रहा था। तभी रास्ते में ट्रेलर CG 12 AR 9783 ने मेरा रास्ता रोका इसकी जानकारी मैंने इंचार्ज को फोन पर दी और उन्होंने फोटो खींच भेजने को कहा कोयला लिफ्टर कुणाल सिंह ने इसका विरोध किया और गाली गलौज करने लगा। मैं वहां से चला गया। आराम करने के बाद 3:30 बजे वापस लौटा तो सुबह 5:30 बजे तक मैंने निरंतर काम किया। इस दौरान मैंने किसी से मुलाकात नहीं की, तब तो मारपीट का सवाल पैदा नहीं होता। कंपनी के OITDS सिस्टम में इसका सबूत देखा जा सकता है।
कोयला ऑपरेटर कुणाल सिंह ने मुझे चिढ़ की वजह से फंसाया है क्योंकि मैंने तस्वीर इंचार्ज को भेजी थी। सहकर्मी विरेंद्र राठौर ने कोयला ऑपरेटर कुणाल सिंह को साथी से मारपीट करते हुए सुबह 4:30 बजे देखा था। इस मारपीट के दौरान ही कुणाल सिंह को चोट आई है। मैंने फोटो भेजा इसका बदला लेने के लिए वह मुझे बेवजह फंसा रहा है।
कुणाल सिंह के साथी ने विरेंद्र राठौर से फोन पर बातचीत के दौरान मुझे फंसाने की जानकारी दी है, जिसकी रिकॉर्डिंग भी पुलिस को दे दी गई है। इस रिकॉर्डिंग को सुनने के बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मामले में आरोपी बनाए गए धनेश गुरुदान ने खुद पर हुए FIR को खारिज करने की मांग की है और खनन उप महाप्रबंधक को पत्र लिखा है। वही, उसे फंसाने वाले पर कार्यवाही करने कहां है।