गेवरा/दीपका : बाहरी व्यक्ति का खदान में प्रवेश प्रतिबंधित, श्रम संगठनों ने की महाप्रबंधक से मुलाकात, मारपीट के बाद लिया गया फैसला
गेवरा/दीपका। कोयला खदानों मे अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर दीपका प्रबंधन ने रोक लगा दिया है। अब किसी भी बाहरी व्यक्ति का खदान में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
गौरतलब है कि बीते दिनों कोयला लिफ्टर के साथ डंपर चालक द्वारा मारपीट की घटना सामने आई थी, जिसमें लिफ्टर ने ऑपरेटर पर गंभीर आरोप लगाया ।
इसके बाद प्रबंधन के साथ यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक आहूत की गई, जिसमें कोयला खदानों में बाहरी व्यक्तियों के रोके पर सिस्टम बदलने हेतु प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया हैं।
सयुंक्त श्रम संगठनों ने दीपका महाप्रबंधक से मुलाकात –
दरअसल, दीपका क्षेत्र के सभी श्रम संगठन के जे सी सी मेंबर्स ने महाप्रबंधक से भेट कर खदान में कोल लिफ्टर द्वारा जो मारपीट का आरोप लगाया गया था उस पर गंभीर चर्चा की। श्रम संगठनों ने प्रबंधन के सामने सवाल पूछा कि बिना अनुमति बाहरी लोग खदान में कैसे प्रवेश कर रहे है? इस पर अब तत्काल रोक लगा सिस्टम को बदला जाए अपने कोयला वाहन को डंपर के रास्ते में लगा कर डंपर को खड़ा रख दिया गया, जिससे उत्पादन बाधित हुआ। इसका जिम्मेदार कौन होगा।
श्रम संगठनों ने प्रबंधन से कहा कि बेइंतेहासा भीड़ जो दिन-रात खदान सीमा के अंदर बिना अनुमति के घुसे रहती है को तत्काल नियंत्रित किया जाए किसी दिन डंपर से कोई दुर्घटना हो गई तब कौन जिम्मेदार होगा ? अभी कोयला उठाने के नाम पर खदान में कोई सुरक्षा नियमों का पालन नही हो रहा है। कोल लिफ्टर के लोग चलती डंपर के आगे पीछे दौड़ते है। ऐसे में कभी भी गंभीर हादसा हो सकता हैं।
वही, महाप्रबंधक ने सिस्टम बदलने के लिए थोड़ा समय मांगा है, और कहा कि जरूरत पड़ी तो CISF को भी लगाया जा सकता है। श्रम संगठन ने यह भी मांग रखी की डंपर में कोयला लोड करने से लेकर उसे खाली करने तक ऑपरेटर के काम में कोई भी बाहरी आदमी बाधा न पहुंचाए, जिससे उत्पादन बाधित न हो। प्रबंधन ने इस पर जल्द ही कार्यवाही कर सूचित करने का आश्वासन दिया है।
दीपका परियोजना के महाप्रबंधक शशांक कुमार देवांगन से मुलाकात के दौरान संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेता तरुण राहा, हिंद मजदूर सभा HMS, सी. के. सिन्हा एटक, एस के खूंटे सीटू, सतीश सिंह इंटक और जी उदयन HMS के नेता उपस्थित थे।