गेवरा/दीपका : प्रगति नगर डिस्पेंसरी में हंगामा, नर्स ने CMO पर फेंका गर्म चाय, कॉलर पकड़ लाई बाहर, दीपका थाने में दोनों पक्षों पर हुआ अपराध दर्ज ,जानें क्या है नया विवाद…
गेवरा/दीपका। एसईसीएल दीपका क्षेत्र में होने वाले घटनाक्रमों की वजह से क्षेत्र अक्सर चर्चा में रहता है। कुछ ऐसी ही स्थिति आज भी निर्मित हुई, जिसके कारण से मामला थाने तक पहुंच गया।
आखिर क्या हुआ है ऐसा –
अस्पताल में उपचार कराने पहुँचे मरीजो के अनुसार विभागीय डिस्पेंसरी प्रगति नगर में सुबह 11.15 बजे मेट्रन नर्स अस्पताल के सीएमओ के चेम्बर में प्रवेश करती है। विवाद होने पर वही उन पर गरमा गरम चाय उड़ेल देती है। किसी को कुछ समझ आता इससे पहले नर्स डॉक्टर का कालर पकड़कर बदतमीजी करने लगती है। वही नर्स द्वारा की गई इस हरकत से डॉक्टर को चोट आई है। तत्काल इस मामले की सूचना प्रबंधन को दी गई प्रबंधन के उच्च स्तर के अधिकारी व ट्रेड यूनियन के नेता भी अस्पताल पहुंच गए और दोनों पक्ष विवाद होने के पश्चात थाने पहुंच गये।
दरअसल, दीपका में SECL का विभागीय डिस्पेंसरी प्रगति नगर कालोनी में संचालित है। अधिकारी और कर्मचारियों को यहां पर उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है। इस अस्पताल में कंपनी ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की हुई है।
बताया गया कि हाल में ही चयनित नई ट्रेनी नर्सो को प्रशिक्षण के लिए यहां भेजा गया है। अब उनसे भी यहाँ पर काम लिया जाना शुरू कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि आज सुबह स्टाफ को चाय उपलब्ध कराने के लिए कुछ कर्मियों ने खुद ही खुद चर्चा की। वही, कुछ देर के बाद डिस्पेंसरी की एक स्टाफ क्लर्क मधु राजपूत और सीनियर स्टाफ नर्स दीपादास आपस में विवाद करने लगे।
चिकित्सक ने हल्ला सुनकर संबंधितों को शांत होने कहा। इसके बाद आनन-फानन में यहां की मेट्रन दीपा दास और मधु राजपूत दोनों ने चाय की प्याली के साथ उस कमरें की तरफ रूख किया, जहां CMO डॉक्टर यूपी सिंह मौजूद थे। बताया गया कि नर्स ने चेम्बर में प्रवेश करने के साथ डॉक्टर पर गर्म चाय उड़ेल दी और इसके बाद कालर पकड़ने के साथ मारपीट किया।
वही, अचानक हुए इस घटनाक्रम से डॉक्टर यूपी सिंह भौचक्के रह गए। नर्स के इस रवैया पर उन्होंने हैरानी जताई। अस्पताल में हल्ले की आवाज से कर्मचारी घटना वाले स्थान पर पहुंचे, जहां पर देखा गया कि डॉक्टर सिंह की दाईं बांह के ऊपर हिस्से में चोट के निशान हैं। इस घटनाक्रम की महकमे में चर्चा हो रही है। इससे पहले भी ऐसे ही विवाद के मामलों को लेकर विभाग ने यहां की एक नर्स पर कार्रवाई की थी।
डॉक्टर यू.पी. सिंह ने अधिकारियों को दी जानकारी –
डिस्पेंसरी स्थित मेरे चेंबर में अचानक में ट्रेन ने प्रवेश किया और मुझ पर गर्म चाय उड़ेल दी। साथ ही अभद्रता करते हुए कॉलर पकड़कर हाथापाई करने लगी जिससे मुझे मेरे शरीर में अंदरूनी चोट लगी है, इस पूरे घटनाक्रम को वहां उपस्थित मरीजों ने भी प्रत्यक्ष रूप से देखा है मैंने जीएम माइनिंग और APM दीपका क्षेत्र को इसकी जानकारी दी है। डॉ. ने बताया कि नर्स दीपा दास पर एक बार पहले भी कार्यवाही की जा चुकी है। उनका रवैया ही ऐसा है, जिसका शिकार आज खुद मैं हो गया।
प्रबंधन कर सकता है कार्रवाई –
एसईसीएल प्रबंधन को लेकर कहा जा रहा है कि वह इस तरह के मामलों में दोषियों की बेहतर खबर लेता है। चिकित्सक पर चाय डालने और अभद्रता करने वाली नर्स पर कठोर कार्रवाई कर सकता है।
मेट्रन दीपा दास ने बताया –
इस पूरे मामले पर दीपा दास ने कहा कि नई ट्रेनी नर्स आई है, जिनको मैंने चाय बना कर दिया और उनके साथ बैठकर चाय पीने की बात कही। उतने में मधु राजपूत मेरे लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उठकर सीएमओ डॉ. यूपी सिंह के कमरे में चले गई। मैं भी साथ ही गई, वह डॉ. के सामने ही मेरे लिए अपशब्दों का प्रयोग कर रही थी। मधु राजपूत का साथ डॉक्टर ने भी दिया और मुझसे अपशब्दों का प्रयोग करने लगे, चाय को राजपूत ने हाथ से धकेलते हुए मेरी तरफ फेंक दिया। डॉक्टर लगातार मुझे भला बुरा कहने लगे, जिसकी वजह से मैंने उनका कॉलर पकड़ा और उन्हें घसीटते हुए बाहर ले आई। इस दौरान मधु राजपूत ने पीछे से मुझे मारा।
मधु राजपूत ने बताया –
इस पूरे मामले में मधु राजपूत ने बताया कि नई लड़कियां इस समय सीखने के लिए आई हैं, जिन्हें हमें बहुत कुछ सिखाना होता है, लेकिन दीपा दास कमरे में आकर चाय बना रही हूं, मैं भी यही पियूंगी के कई बहाने बनाकर डिस्टर्ब करती हैं। मैंने डॉ. यू पी सिंह को जाकर कहा कि वह दीपा दास को इस तरह की हरकतें अपने कमरे में करने को कहें। इस पर वह भड़क गई और डॉ. के ऊपर गर्म चाय फेंक दिया और उनका कॉलर पकड़कर घसीटते हुए बाहर ले गई, साथ में मुझे भी मारा।
बहरहाल, यह पूरा मामला थाने पहुंच चुका है जहां पर दोनों पक्षों ने अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई है। वही, प्रबंधन के आला अधिकारी भी दीपका थाने पहुंच चुके हैं, जहां दोनों पक्षों को समझाइश दी जा रही है। दीपा दास पर पिछले साल भी इस तरह के आरोप लग चुके हैं। देखना होगा कि मामले में प्रबंधन या फिर पुलिस किस तरह की कार्यवाही करती है।
दीपका पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लेकर दोनों पक्षों को पर अपराध दर्ज कर दिया है दीपा दास के आवेदन पर डॉक्टर यूपी सिंह पर धारा 294 506 323 और 34 एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया वहीं दीपा दास पर पुलिस ने धारा 294 और 323 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है