बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कहां – सोनिया-राहुल जिस दिन बोलेंगे उसी दिन दे दूंगा इस्तीफा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे से वापस रायपुर लौट आए हैं। कल दिल्ली में सीएम भूपेश बघेल की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी। वहीं आज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल से सीएम भूपेश बघेल की लगभग आधे घण्टे चर्चा हुई। सीएम के दिल्ली दौरे को लेकर लगातार छत्तीसगढ़ में राजनीतिक चर्चाओं का बाज़ार गर्म था। इसके पीछे वजह भी खास रही।
दरअसल, मुख्यमंत्री के साथ दौरे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव भी दिल्ली पहुंचे हुए थे। कांग्रेस आलाकमान के साथ सिंहदेव की भी बैठक कल हो चुकी है। आज टीएस बाबा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल से भी सीएम भूपेश बघेल के बाद बंद कमरे में चर्चा की। हालांकि सीएम की अपेक्षा उनकी मुलाकात बेहद अल्प, लगभग बीस मिनट में ही खत्म हो गई। लेकिन इसके बाद आया सियासी चर्चा और ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्मूले में नया मोड़।
छत्तीसगढ़ में 2018 को हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही चर्चा थी कि प्रदेश में दो सीएम होंगे। जिनका कार्यकाल ढाई-ढाई साल तक रहेगा। सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को लेकर ये खबर मीडिया की सुर्खियां ज़रूर रहीं लेकिन कभी पार्टी या कांग्रेस आलाकमान की ओर से इस पर औपचारिक बयान नहीं दिया गया। अब वर्तमान की बात करें तो सीएम दिल्ली दौरे से वापस लौट आये हैं। इसके बाद उन्होनें पत्रकारों से बात करते हुए इस फॉर्मूले पर बड़ा बयान दिया है।
सीएम भूपेश बघेल से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या छग सरकार में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर दिल्ली में कोई चर्चा हुई तो इस पर सीएम ने बड़ी ही सादगी से जवाब दिया। उनका मुस्कुराता चेहरा यह साफ बयान कर रहा था कि यह सवाल पहले से ही उन्हें मालूम था जो पत्रकार उनसे कर सकते थे।
सीएम ने कहा कि :
“जब तक माननीय सोनिया गांधीजी और राहुल गांधीजी का आशीर्वाद मेरे साथ है, तब तक इस पद पर बना रहूंगा”
वहीं इस विषय पर और सवाल पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि :
“यह विषय ऐसा है जिस पर छत्तीगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी माननीय पीएल पुनिया जी ने सब कुछ पहले ही स्पष्ट कर दिया है, अब मुझे नहीं लगता कि इसपर और ज़्यादा कुछ कहने की ज़रूरत है”
बहरहाल, प्रदेश में ढाई-ढाई साल में मुख्यमंत्री बदलने का फार्मूला है या नहीं यह तो अब तक साफ नहीं हो सका है। लेकिन जिस तरह से सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का दिल्ली दौरा एक साथ हुआ उसने एक बार फिर इस मुद्दे को हवा दे दी है।