कबीरधाम बड़ी खबर : विश्व हिंदू परिषद के हजारों कार्यकर्ता दे रहें गिरफ्तारी, जेल भरो आंदोलन जारी, झगड़ों में बेवजह पीस गई जनता
कबीरधाम। दो समुदायों के बीच हुए हिंसा थमने का नाम नही ले रहा शासन एक तरफ शहर में कर्फ्यू लगाकर स्थिति को नियंत्रण करने की प्रयास कर रही है। वही, विश्व हिंदू परिषद ने एक तरफा कार्यवाही करने का विरोध कर रही है और दोषियों पर कार्यवाही की मांग कर रही है।
विश्व हिंदू परिषद कर रहा जेल भरो आंदोलन –
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि शासन पक्षपात कर सैकड़ो कार्यकर्ताओं को ढूंढ ढूढ़ कर गिरफ्तार कर रही है और एक पक्ष को संरक्षण दे रही है। शासन की कार्यवाही के विरोध में वि.हि.व. आज जेल भरो आंदोलन कर रही हैं। वहीं यह आंदोलन जिले के हर थाना क्षेत्र में हो रहा हैं।
लगा है कर्फ्यू फिर भी कार्यकर्ता देंगे गिरफ्तारी –
बता दे कि कवर्धा सहित जिले के 12 थाना क्षेत्र जिसमें लोहारा थाना, रेंगखार थाना, चिल्फी थाना, बोड़ला थाना, पांडातराई थाना, कुकदूर थाना, पंडरिया थाना, पिपरिया थाना, भोरमदेव थाना कर्फ्यू लगा हैं। वही, इन सभी क्षेत्र में निवासरत कार्यकर्ता थाना पहुंच कर गिरफ्तारी देंगे।
लोगों को परेशानियों का करना पड़ रहा है सामना –
रोज खाने कमाने वाले मजदूर वर्ग के लोगों के लिए कर्फ्यू अब आफत बन चुकी है। लोगों के घरों का राशन समाप्त हो गया हैं, और सुध लेने वाला कोई नहीं है। वही, नवरात्रि पर्व पर व्यापारी जोर-शोर से व्यापार करने का मन बनाए थे, जिस पर पानी फिर गया। कोरोनाकाल में पहले ही लोग काफी नुकसान झेल चुके हैं, अब लाखों का नुकसान हो रहा है। नवरात्रि पर्व के एक दो दिन पहले लोग पंडाल, मंदिर और घरों को सजाने और पूजा सामग्री लेने आते थे, जो इस बार नही बिक पा रहा हैं।
कल शाम जिला प्रशासन का आया था बयान –
विदित हो कि कल कलेक्टर व एसपी ने मीडिया के सामने दिए गए संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों समुदायों से बातचीत की कोशिश की जा रही है, जिसके बाद हम बीच का रास्ता निकाल लेंगे। अभी हालात ऐसे नहीं है कि कर्फ्यू हटाया जाए, प्रशासन लोगों की हर संभव मदद कर रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में मूर्ति ले जाने के लिए भी लोगों को पुलिस प्रोटेक्शन दिया जा रहा है। एक बार फिर कवर्धा में जल्द खुशहाली आएगी।
बहरहाल, दो समुदायों का यह मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। धर्म की आड़ में भी राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही है। अब परेशानी यहां तक बढ़ गई है कि आम आदमी की मार झेल रहा है।