कबीरधाम। प्रतिवर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी मनाई जाती है। इस दिन देवी अपराजिता की पूजा की जाती है। इस पूजा में मां रणचंडी के साथ रहने वाली योगनियों जया और विजया को पूजा जाता है। विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा करने की परंपरा आज से नहीं बल्कि प्राचीन काल से चली आ रही है, जिसमें अस्त्र-शस्त्र को सामने रखकर पूजा की जाती है। पुलिस आज भी इस परंपरा को निभाती है और विजयादशमी के दिन अस्त्र-शस्त्र की पूजा करती है।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने की अस्त्र-शस्त्र की पूजा –
विजयदशमी के अवसर पर जोराताल पुलिस लाईन शस्त्रागार कवर्धा में विधि-विधान से अस्त्र-शस्त्रों की पूजा अर्चना पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग और उनकी पत्नी जागृति गर्ग ने की। वही, सभी अधिकारी और कर्मचारियों को विजयदशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई।
यह अधिकारी यह शामिल –
वही, शस्त्र पूजा में 14वी बटालियन कमांडेंट डॉ लाल उमेद सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय मोनिका सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक बी.आर. मंडावी, अनुविभागीय अधिकारी बोड़ला जगदीश उइके, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल अजीत ओग्रे, उप पुलिस अधीक्षक पी.आर. कुजूर, उप पुलिस अधीक्षक आशीष मिश्रा, रक्षित निरीक्षक नरगिस तिग्गा बघेल और रक्षित केन्द्र के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए
हर्ष फायर भी –
इसके साथ ही जिले में शांति व्यवस्था, आपसी भाईचारा बना रहे के लिए शांति हवन कर जिले वासियों के खुशहाली की कामना की गई। उपस्थित स्टाफ को प्रसाद का वितरण किया गया और पूजित शस्त्रों से पुलिस अधीक्षक, कमांडेंट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी बोडला रक्षित निरीक्षक ने हर्ष फायर भी किया।