कबीरधाम। श्रीमती स्व. सुधा देवी स्मृति नर्सिंग महाविद्यालय के बाहर आज संविदा शिक्षिकाएं अपना दर्द बयां करते नजर आई। सभी के आंखों में बेरोजगार हो जाने की पीड़ा नजर आ रही थी। कई साल का टीचिंग एक्सपीरियंस होने के बावजूद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
क्या है पूरा मामला –
दरअसल, स्व. सुधा देवी स्मृति नर्सिंग महाविद्यालय में 6 शिक्षिका
नर्सिग की शिक्षा विद्यार्थियों को देती है। लेकिन पदोन्नति का एक आदेश आया और रातों-रात इनकी नौकरी छीन ली गई। इनका आरोप है कि स्टाफ नर्सों को इनका पद पदोन्नति कर दिया गया, लेकिन उनके पास टीचिंग का अनुभव नहीं है।
इससे नर्सिग विद्यार्थियों का भविष्य गर्त में जा रहा है और हमारी नौकरी भी छीन ली गई। वही, गेट के बाहर खड़ी शिक्षिकाओं ने बताया कि पिछले साढ़े 3 साल से वह सभी यहां पर कार्यरत है। अब उनकी जगह नियमित भर्ती कर ली गई है।
शिक्षिकाओं ने कहा हमारे साथ हुआ छल –
उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट की घोषणा पत्र में बोला गया था कि संविदा कर्मचारियों की छटनी नहीं की जाएगी अभी यहां पर जो रिक्त पद है उसमें उन्हें भरा जाएगा। लेकिन अचानक हमारे साथ छल किया गया है। कॉलेज की शिक्षिकाएं कहती है कि हमारे साथ अन्याय हुआ है जिसकी वजह से हम सभी बेरोजगार हो गए।
शिकायत का नहीं निकला कोई मतलब –
नर्सिग कॉलेज की शिक्षिका ने बताया हमने कलेक्टर, डीएमई यहां तक कि मंत्रालय में भी शिकायत की। वहां से जवाब आया था कि सोचेंगे और कहा गया कि नियमित पर जैसे ही आता है तो आपका पद निरस्त कर दिया जाएगा। लेकिन संविदा भर्ती के समय हमारे आदेश में कहा गया था कि एक महीने का प्रायर इंटीमेशन या जाएगा या फिर एक महीने की सैलरी देकर सेवा समाप्ति की जाएगी।
बहरहाल, इन शिक्षकों की नौकरी चली गई है और बिना टीचिंग एक्सपीरियंस पाली स्टाफ नर्स विद्यार्थियों को नर्सिंग की पढ़ाई कराएंगी।