कबीरधाम। जिला चिकित्सालय कवर्धा की सभा कक्ष में पिछले दिनों जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में जीवन दीप की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिला चिकित्सालय के मानव संसाधनों से लेकर अन्य तमाम आवश्यक पहलुओं पर चर्चा करके जनहित के निर्णय लिए गए।
डॉ. पीसी प्रभाकर ने बताया –
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीसी प्रभाकर ने बैठक के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले पारित प्रस्ताव का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसमें मरीजों के हित के लिए जिला अस्पताल में सीटी स्कैन और सोनोग्राफी आदि सेवाओं के लिए प्राइवेट अस्पताल से चर्चा कर अनुबंध करने के निर्देश का परिपालन करके कार्य पूर्ण कर लिया गया। डॉ प्रभाकर ने बताया कि अब तक 34 मरीज यूएसजी ब 15 सीटी स्कैन से लाभान्वित हुए हैं।
मुख्य द्वार का काऊ केचर हटाने के निर्देश –
इसी प्रकार जिला अस्पताल के मुख्य द्वार के काऊ केचर को सुधरवाने, मरीजों के आवागमन के लिए सरल सुचारू व्यवस्था बनाने के लिए भी बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। इसके अलावा टूट-फुट हो चुके बाथरूम, टॉयलेट के मरम्मत सुधार के लिये लोकनिर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत प्राक्कलन पर चर्चा की गई। मरीजों के परिजनों के बैठक व्यवस्था के लिए बनाये गए शेड मेंसिमेंटेड कुर्सियों के निर्माण की अनुमति प्रदान की गई।
इसके अलावा लैब जांच की रिपोर्टिंग, सोनोग्राफी में फार्म एफ की ऑन लाइन प्रविष्टि करने के लिए एक डेटा एंट्री ऑपरेटर, लेबर रूम में कार्य के लिए दैनिक मानदेय पर एक वार्ड आया कि भर्ती की अनुमति दी गई। इसके अतिरिक्त ब्लड बैंक में कार्य करने के लिए 1 मेडिकल लैब लेक्नॉलॉजिस्ट की भर्ती पर भी सहमति दी गई।
अनेक पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकलने के निर्देश –
जिला चिकित्सालय कबीरधाम में ईटीपी, ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट, सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई के संचालन, अस्पताल के समस्त विद्युत सुधार एवं नल-जल मरम्मत कार्य के लिए इलेक्ट्रिशियन सह प्लम्बर की जीवन दीप समिति फंड से नियुक्ति के लिए सर्व सम्मति से निर्णय पारित किया गया। इसके लिए जल्द विज्ञापन निकालकर कार्रवाई पूर्ण की जाएगी।
इन पर हुई चर्चा, लिए गए निर्णय –
जिला चिकित्सालय में 44 नग नए पंखों की आवश्यकता, नए बेडशीट एवं कम्बल, स्ट्रेचर, व्हीलचेयर की आवश्यकता पर चर्चा हुई, इसके लिए बेडशीट व कम्बल आदि खादी ग्रामोद्योग से खरीदने के निर्देश दिए गए। अस्पताल में पानी की व्यवस्था के लिए 2000 लीटर के 3 पानी टँकी की आवश्यकता पर चर्चा हुई व चिकित्सालय के पीछे बने क्षति ग्रस्त बाउंड्रीवाल की रिपेयरिंग की अनुमति दी गई।
बैठक में सिविल सर्जन द्वारा जानकारी दी गई कि माँ दधिमती महिला स्व सहायता समूह द्वारा मार्च 2020 से चिकित्सालय परिसर में बन्द कैंटिंन आज दिनांक तक संचालन नही किया गया है एवं बकाया मासिक शुल्क भी जमा नही किया गया है। इस पर पंचनामा कर हटाकर पुनः टेंडर करके भोर कलेवा को देने के निर्देश दिए गए। जिला चिकित्सालय में ओपीडी द्वार के सामने लगे वाटर ए टी एम को अन्यत्र स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए।
इस बैठक में जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा सहित, जिला पंचायत सी ई ओ विजय दयाराम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल, सिविल सर्जन डॉ पी सी प्रभाकर, पीएचई विभाग व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, आर एम ओ डॉ स्वप्निल तिवारी, जीवन दीप समिति के सदस्य राजेश माखिजानी, अंकित शर्मा, अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक, मेडिकल ऑफिसर हॉस्पिटल कंसल्टेंट रीना सलूजा, दीपक ठाकुर समेत अन्य सम्बन्धित स्टाफ उपस्थित थे।
जिला अस्पताल में अनवरत सेवाएं में वृद्धि –
जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में अनवरत व्रद्धि हुई है। पूर्व के बनिस्बत अब ओपीडी में मरीजों का आना बढ़ा है। सिविल सर्जन डॉ. पी.सी. प्रभाकर ने बताया कि यहां प्रति माह लगभग 7000 मरीज स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्त्री रोग, हड्डी रोग, नेत्र रोग, शिशु रोग, सर्जरी, मेडिसिन विभागों में सेवाएं बढ़ने से लोगों राहत मिली है और हजारों खर्च वाले ऑपरेशन भी निःशुल्क किये जा रहे हैं, जिससे मरीजों को स्वास्थ्यलाभ के साथ साथ आर्थिक बचत भी हो रहा है।