कबीरधाम। 100 साल से अधिक उम्र के इस बुजुर्ग ने केंसर व कोरोना जैसे गंभीर बिमारी को मात देकर आज भी तंदरुस्त है। वही, कोरोना संकट काल मे सभी लोगों ने इस गंभीर बिमारी से बचने के लिये तरह-तरह के उपाय किया। इसमें कुछ कारगर रहा लेकिन बहुत लोगों की जान भी गई।
100 साल पूरा करने वाले बुजुर्गों की संख्या में कमी –
वही दुनियाभर मे 100 साल पुरा करने बुजुर्गों की संख्या में कमी आ रही है, लेकिन कवर्धा जिले के दामापुर बाजार में ऐसे बुजुर्ग है, जो 100 साल पुरा कर चुके है और आज भी फीट नजर आते है।
बुजुर्ग गजानन सिंह परिहार बड़ा उदाहरण –
इस बुजुर्ग का नाम गजानन सिंह परिहार है, जिनके 11 बच्चे है। वही, यह बुजुर्ग कोरोना संक्रमित के संपर्क में आकर भी कोरोना की चपेट में नहीं आए। गजानन सिंह बताते है पिछले 60 सालो से नियमित योग करते है और 10 कि.मी. पैदल चलना दिनचर्या में शामिल है। आज भी कोई बिमारी से ग्रसित नही है।
कैंसर को दिया मात –
आजकल अकसर देखने को मिलता है खानपान में अनिमियता के चलते लोग बिमारी से झुझते है, लेकिन इस बुजुर्ग ने बिमारी को भी मात दे दिया। इन्हें 20 साल पहले मुख का केंसर हुआ था डाक्टरों ने लंदन जाने की सलाह दी। इस बुजुर्ग ने हार नहीं मानी व बिना डॉक्टरी चिकित्सा के खुद से कैंसर की भयानक समस्या से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की।
कैंसर से लड़ने का मूल मंत्र –
बुजुर्ग बताते हैं कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर हो चुका है तो खुद ही आयुर्वेदिक तरीके से अपना इलाज किया व जिसकी वजह से वे आज भी स्वस्थ हैं। कैंसर को मात देने में सबसे बड़ा सहायक गौमूत्र और गेहूं के पत्ते का रस साबित हुआ। आज भी इसकी औषधि बनाकर कैंसर को खत्म करने का दावा करते हैं।
बारिक अक्षरों को बिना चश्मा के पढ़ लेते हैं –
आजकल के बच्चे भी मोटे-मोटे चश्मा लगाकर अक्षरों को पढ़ पाते हैं लेकिन यह बुजुर्ग ऐसे हैं, जो बारीक अक्षरों को भी बिना चश्मा के पढ़ लेते हैं। आज इस तंदुरुस्त बुजुर्गों के नाती पोतों की संख्या 54 से अधिक है लेकिन इन्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं पड़ती। वह चलते फिरते है, नियमित योग करते है प्रतिदिन लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलते यही फीट रहने का मूलमंत्र भी है। इन पर सिल्वर जुबली पुरा करने के बाद युवाओं जैसे ही जोश नजर आता है।
फिट रहना है तो करो व्यायाम –
गजानन सिंह परिहार एक उदाहरण है आज के युवाओं के लिए के नियमित योग, व्यायाम और पैदल चलने से सभी लोग फिट रह सकते हैं, जिससे शरीर बीमारी से ग्रसित नहीं होगा व आयु भी लंबी होगी।