रायपुर। पुलिस की कार्यप्रणाली से लगातार नाखुश चल रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में बेहतर कानून और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की जिम्मेदारी आइपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा को सौंपी है। प्रदेश में बढ़ते अपराध और नशा तस्करी की घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री ने जनता के बीच संदेश देने की कोशिश की है कि वह पुलिस की साफ-सुथरी और सक्रिय छवि देखना चाहते हैं। आम लोगों और पुलिस के बीच भरोसा कायम करने के लिए यह जरूरी भी है।
वही, अब छत्तीसगढ़ पुलिस के नए DGP अशोक जुनेजा पहले दिन से ही एक्शन में नजर आने लगे। उन्होंने दिनभर अफसरों से मीटिंग और बातचीत की। नए DGP अशोक जुनेजा के अनुसार अब आने वाले समय में पुलिस फील्ड पर काम करेगी। उन्होंने CSP और एडिशनल एसपी रैंक के अफसरों को साफ तौर पर कह दिया है कि शाम 5 बजे के बाद वह दफ्तर में नजर ना आएं, लोगों के बीच पर जाकर पुलिसिंग का काम करें। भीड़-भाड़ वाली जगहों या संवेदनशील इलाकों में जाकर काम करें। अब अफसर दिन में लोगों से मिलने और शिकायतों के निराकरण का काम करेंगे, इसके बाद फील्ड पर एक्टिव होकर काम करेंगे।
जल्द ही प्रदेश में साइबर थाना शुरू किया जाएगा –
प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर नए DGP ने कहा हैं कि जल्द ही प्रदेश में साइबर थाना शुरू किया जाएगा। इसके लिए सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल लेवल पर नए कर्मचारियों की भर्ती करने की प्लानिंग है। उन्होंने बताया कि इस थाने का स्टाफ पूरी तरह से साइबर क्राइम मामलों को रोकने के लिए काम करेगा। वही, पहले से ही मौजूद पुलिसकर्मियों को रिफ्रेशर का कोर्स भी करवाया जाएगा।
सभी एसपी से होगी रूबरू, क्राइम कंट्रोल का देंगे आइडिया –
वही, क्राइम कंट्रोल आइडिया को लेकर उन्होंने बताया कि जल्द ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के SP से बात होगी। क्राइम कंट्रोल को लेकर एक प्लान तैयार किया है।हर थाने में इंचार्ज को कम से कम यह देखना चाहिए कि उसके किन इलाकों में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। वही, हर महीने ऐसे हॉटस्पॉट को आइडेंटिटीफाई करना चाहिए, और यह देखना चाहिए कि कहां ज्यादा एक्सीडेंट हो रहे हैं, कहां ज्यादा चोरियां हो रही है और कहां लूट की घटनाएं हो रही हैं। इस एनालिसिस के साथ सीमित संसाधन में भी पुलिस क्राइम कंट्रोल कर सकती है। जल्द इसे लेकर सभी जिलों के एसपी से बात करूंगा।
गांजा तस्करी पर लगेगी रोक –
साथ ही नए DGP ने गांजा तस्करी रोकने के लिए कमर कस ली है। वे 2 साल NCB में सर्विस दे चुके हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस और ओडिशा पुलिस के बीच होगी। इनकी मीटिंग फिक्स हो गई हैं। छत्तीसगढ़ में गांजा प्रतिबंधित होने के बाद भी ओडिशा के कई रास्तों से छत्तीसगढ़ पहुंचता हैं। अब इसे लेकर अशोक जुनेजा ने ओडिशा के डीजीपी से बातचीत करने वाले हैं। मतलब गांजा तस्करी को रोकने के लिए यह एक्शन लिया जा रहा है। उनका कहना हैं, ओडिशा पुलिस के साथ मिलकर एक जॉइंट ऑपरेशन लांच किया जाएगा।