गेवरा/दीपका। SECL दीपका खदान में फर्जी टोकन बना रोड सेल की गाड़ियो को खदान में जबरदस्ती घुसाया गया। वही अब फर्जी टोकन पकड़े जाने के बाद दीपका प्रबंधन ने कुछ गाड़ियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया।
निजी कंपनी की गाड़ियों का फर्जी टोकन –
बता दे कि मामले में पोल खोलने के बाद एंट्री को लेकर विवाद हो गया। इस मामले में बताया गया कि निजी कंपनी की गाड़ियों का फर्जी टोकन बनवा खदान में जबरदस्ती प्रवेश कराया गया हैं जिसमें फर्जी शील और टोकन को प्रबंधन ने मौके पर पकड़ा हैं और जांच की गई, जिसमें खदान में जबरदस्ती गाड़ियों को एंट्री दिलाने फर्जी सील, ब्रोकन का इस्तेमाल किया जाना पाया गया।
कुछ गाड़ियों को किया गया ब्लैक लिस्ट –
इस पूरे मामले में कुछ गाड़ियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया। वही, दीपका माइंस के रोड सेल इंचार्ज डी.के. मेश्राम से संपर्क करने का प्रयास किया गया उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वही, सूत्रों ने बताया कि चोरी करने की नियत से दीपका खदान में गाड़ियों को घुसने दिया गया। कुछ खास लोगों को वीआईपी सुविधा देना प्रबंधन को अब महंगा पड़ने लगा हैं।
छोटे कोल लिफ्टरों की गाड़ियों को नही मिला प्रवेश –
वही इस पूरे मामले में छोटे कोल लिफ्टरों की गाड़ियों को खदान में प्रवेश नहीं मिल पाया, जिससे उनमें आक्रोश पनप गया। इस पूरे भर्राशाही से मेन गेट बेरियर कई घंटे जाम की स्थिति निर्मित हो गयी। जाम होने से पुलिस प्रशासन भी हरकत में आया उसके बाद देर रात तक मीटिंग भी हुई।
खदानों से कोयला उठाव के लिए जारी होता है DO –
बता दे कि डीओ के अनुरूप ट्रांसपोर्टरों को वाहनों से निर्धारित संख्या में कोयला लोडिंग कर परिवहन किया जाता है, जिसके लिए खदानों से कोयला उठाव के लिए ट्रांसपोर्टरों को DO जारी किया जाता है।