कबीरधाम। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आज कवर्धा में हिन्दू शौर्य जागरण संकल्प महासभा का आयोजन सफलता पुर्वक किया गया। इस दौरान इस महासभा में बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा हिंदूओं का जमावड़ा रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत –
इस कार्यक्रम में निर्धारित समय पर शहर के 27 वार्डो में 31 फिट का भगवाध्वज साधु संतों की उपस्थिति में फहराया गया। शहर के सभी मार्गों से साधु संतों के नेतृत्व में कलश यात्रा भी निकाली गई, जिसमें हजारों लोग एकसाथ मंच पहुँचे। वही, कार्यक्रम में संतों ने विधिवत भारत माता के तैलचित्र पर पुष्प अर्पण करके दीप प्रज्वलित किया व हनुमान चालीसा का पाठ कर महासभा का आगाज किया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुबह से ही लोगों का जमावड़ा लगने लगा था।
हिन्दू शौर्य जागरण महासभा में गरजे साधु संत –
बजरंगदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोहन सिंह सोलंकी ने कहा :
वही, करपात्री जी हाई स्कूल मैदान में ध्वजारोहण के बाद दीप प्रज्वलन हुआ, बजरंगदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोहन सिंह सोलंकी ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा हिन्दू कभी किसी के साथ अन्याय नही करता, अन्याय कोई करें तो सहता नही है। राम मंदिर का संकल्प हिंदुओ के पुरुषार्थ से सिद्ध हो रहा है। आगे मथुरा और काशी के मंदिर भी हिन्दू अपने पुरुषार्थ से पूर्ण रूप से ले लेगा। कवर्धा की घटना ने हमे सचेत किया है राष्ट्रविरोधी धर्म विरोधी ताकतों का प्रतिकार करें।
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा :
विश्वहिंदू परिषद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने तीन तारीख की कवर्धा में घटी भगवाध्वज के अपमान और हिन्दू समाज के साथ हुए अन्याय को विस्तार से रखा उन्होंने हिन्दुओ से अपील की जो राष्ट्रद्रोही है, जो हिन्दू धर्मविरोधी है उनका आर्थिक बहिष्कार करें। वही, कवर्धा विधायक का राज्य में काला झंडा दिखा कर विरोध करें। उन्होंने कहा 3 अक्टूबर के दोषियों पर कार्यवाही होने तक सम्पूर्ण न्याय मिलने तक यह विरोध व आंदोलन जारी रहेगा।
मुख्य वक्ता राजीव लोचन महराज ने कहा :
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजीव लोचन महराज ने कहा लोकतंत्र में उँगली की ताकत है आप गलत जगह उँगली दबा देते है उसके परिणाम से गलत लोग सत्ता में आते है व जब आप गलत व्यक्ति का चुनाव करते है, ऐसे ही आपके साथ अन्याय होगा। स्थानीय विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा राक्षस वन मार्ग से आते है। इसलिए भगवान राम को उनके नाश के लिए वन जाना पड़ा।
राम बालक दास महात्यागी ने कहा :
राम बालक दास महात्यागी जी ने कहा यह जागरण निरन्तर चलता रहे। भगवा सिर्फ रंग की बात नही यह हमारे अस्तित्व का से जुड़ा विषय है। यह हमारे राम के प्रतीक है इसका अपमान हम सहे है न सहेंगे। उन्होंने कहा 500 गाड़ी का काफिला दिखाने वालो सुन लो हम 1000 वाहनों के काफिले के साथ लाखों लोगों की उपस्थिति में फिर भगवा लहरायेंगे। बच्चों को संस्कारी और सनातनी परम्पराओ के मानने वाले भगत सिंह और चन्द्रशेखर आज़ाद बनने की प्रेरणा दी।
स्वामी हरिहरानंद जी ने कहा :
स्वामी हरिहरानंद जी ने कहा यह जागरण मंच है हम मिलकर के संकल्प लें सभी अपने धर्म के प्रति उत्तरदायी बने। इनकी बढ़ती हिम्मत देखकर हमें सचेत होने की जरूरत है। हम अलग-अलग जाती पंथ में न बटे हम सब पहले हिन्दू है। यह जागरण संकल्प महासभा का आयोजन पूरे प्रदेश को जगाने के लिए है भगवा का अपमान संत समाज कभी बर्दास्त नही होगा इस बात को शासन प्रशासन को जान लेना चाहिए।
गूंज उठे जय श्रीराम के नारे :
कार्यक्रम में हजारों लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए और इसे सफल बनाया। इस कार्यक्रम के आयोजन से साफ हो गया है कि हिंदू किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं और भगवा का अपमान नहीं सहेंगे। राजनैतिक नेताओं का भी यहां पर आज जमावड़ा लगा रहा।
यह लोग रहे शामिल :
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, आर एस एस के प्रांत कार्यवाहक चंद्रशेखर देवांगन, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल, साँसद संतोष पाण्डेय, पूर्व साँसद अभिषेक सिंह, विहिप के प्रांत संगठन मंत्री जितेंद्र वर्मा, विहिप मंत्री विभूति भूषण पांडे, राधेश्याम चंद्रवंशी, बजरंग दल के प्रांत संयोजक रतन यादव, जिला अध्यक्ष नंदलाल चंद्राकर, सहित प्रदेश भर से बड़ी संख्या में अनुषांगिग सगंठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहें।
यह रहें साधु संतों के बड़े नाम :
वही, मृत्युंजय आश्रम अमरकंटक के महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती, चित्रकूट धाम के संत स्वामी रानीवलोचन, जामडी, पाटेश्वर धाम बालोद के संत राम बालक दास महात्यागी, परम शांतिधाम वृंदावन के स्वामी परमानंद, हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप के स्वामी रामरुपुदास, धर्माचार्य प्रमुख छत्तीसगढ़ के महामंडलेश्वर सर्वेश्वरदास एवं साधु संत उपस्थित थे।