कबीरधाम ब्रेकिंग न्यूज़ : राज परिवार बहुचर्चित हत्याकांड जांच के लिए कवर्धा पहुंची CBI टीम, संपत्ति विवाद में सुपारी किलिंग का आरोप
कबीरधाम। कवर्धा राज परिवार सदस्य के चर्चित हत्याकांड की जांच को हाईकोर्ट ने CBI से कराने का आदेश दिया था, जिसके बाद 3 फरवरी को CBI टीम जांच में लिए कवर्धा पहुँची थी।
एसपी डॉ. लाल उमेंद्र सिंह ने बताया –
राज परिवार सदस्य के हत्याकांड मामले में हाई कोर्ट से आदेश मिलने के बाद CBI के अधिकारी 3 फरवरी को कवर्धा पहुंचे थे। इन्होंने मौके का मुआयना किया। इसके साथ इस मामले से जुड़े तमाम लोगों से बातचीत की। साथ ही जांच करने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों से भी टीम ने चर्चा की। फिलहाल CBI ने इस मामले पर एफ आई आर दर्ज कर ली है और इसकी विस्तृत जांच के लिए जल्द ही दोबारा कवर्धा पहुंचेगी। वही, सीबीआई की टीम ने पुलिस विभाग द्वारा मामले में की गई जांच के कुछ दस्तावेज भी मांगे थे, जिसे उन्हें दिया गया है। इसके अलावा भी टीम के अधिकारी अपने स्तर पर छानबीन कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला ? –
बता दे कि अगस्त 2021 में योगेश्वर राज फार्म हाउस में विश्वनाथ नायर (57) की खून से लथपथ लाश मिली। पुलिस ने इस मामले की जांच की व गांव के ही पांच युवकों को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया। उन पर आरोप है कि ग्रामीण युवक फार्म हाउस में अरहर व सबमर्सिबल पंप चोरी करने गए थे। तभी नींद खुलने पर उनकी हत्या कर दी गई।
परिवार ने बताया हत्या को षडयंत्र –
मृतक की पत्नी ज्योति नायर सहित परिवार के सदस्यों ने हत्या को षडयंत्र बताया। उन्होंने अपने ही रिश्तेदार व पूर्व विधायक योगश्वर राज व उनकी पत्नी कृति देवी सिंह पर सुपारी देकर हत्या कराने के आरोप लगाए थे। उन्होंने पहले स्थानीय पुलिस अफसरों से शिकायत की। फिर पुलिस मुख्यालय सहित राज्य शासन से भी शिकायत कर हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। कोई कार्रवाई नहीं होने पर अधिवक्ता सौरभ डांगी के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जस्टिस रजनी दुबे ने मामले की सुनवाई के बाद हत्याकांड की CBI को जांच करने का आदेश दिया था। वही हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि CBI साक्ष्यों और सबूतों को संग्रहित करें और संदिग्धों के मोबाइल और सिम को भी जब्त करें।
जल्द सच आएगा सामने ? –
वही इसके बाद CBI की टीम साक्षर सबूत जुटाने के लिए कवर्धा पहुंची है। CBI टीम अपने स्तर पर पूरी तरह छानबीन कर रही है, जिसमें लोकल पुलिस का भी सहयोग मिल रहा है। वही, मामले में सूत्र बता रहे हैं कि CBI टीम कवर्धा के कुछ व्यापारियों और नेताओं से भी इस मामले में पूछताछ करेगी।
अब देखना होगा कि यह चर्चित हत्याकांड वाकई में सुनियोजित था या फिर पुलिस ने संपत्ति विवाद के चलते हुई हत्या को महज अरहर चोरी करने का मामला बता रफादफा करने की कोशिश की हैं।