रायपुर। छत्तीसगढ़ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में चल रही मंत्रीमंडल उपसमिति की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में 46 राजनितिक प्रकरण वापसी के समब्ध में चर्चा हुई, जिसमे 32 प्रकरणों को मंजूरी के लिए भेजा गया है। वहीँ 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है।
बैठक के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने मीडिया से बातचीत में कहा एक पॉलिसी है जो राजनितिक प्रकरण होते हैं, जो चलते रहते हैं। इसमें गुण दोष के आधार पर वापसी किया जाए इसके लिए पहले भी बैठकें हुई लेकिन आज के बैठक में कुल 46 प्रकरण प्रस्तुत हुए। इसमें से 32 प्रकरणों को वापसी योग्य माना गया है, और 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है, एक प्रकार को पुनः विवेचना के लिए भेजा गया है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हमने एसपी-कलेक्टर को एक नई जानकारी दी। उन लोग किसको राजनितिक प्रकरण माने किसको राजनितिक प्रकरण न माने यह निर्णय न कर पाके हो सकता है, नहीं भेज पाते हो तो हमने यह तय किया कि राजनितिक व्यक्तियों के प्रकरण को जिस थाने में चिन्हांकित है। उसको भेजो हम लोग देखेंगे कि यह राजनितिक प्रकरण है या नहीं है। जैसे आज हमने 13 प्रकरणों को राजनितिक नहीं माना है। 32 प्रकरणों को राजनितिक माना है।
बता दें कि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के निवास पर आज सोमवार को मंत्रीमंडल उपसमिति की बैठक हुई। बैठक में मंत्री डॉ शिव डहरिया, मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री उमेश पटेल के अलावा एसीएस सुब्रत साहू, डीजीपी अशोक जुनेजा मौजूद रहे। वही, मंत्रीमंडल उपसमिति 46 में से 32 राजनितिक प्रकरणों को मंजूरी दी है। वहीं 13 प्रकरणों को अमान्य किया गया है।