रायपुर। कॉलेज के ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षा का मामला छत्तीसगढ़ विधानसभा तक पहुंच गया है। विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने साफ तौर पर कहा है कि परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी।
बता दे कि कोरोना की तीसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद पूर्व में ऑनलाइन एग्जाम के जारी आदेश को कैंसिल कर दिया गया था। विभाग ने ऑफलाइन परीक्षाएं लेने के आदेश जारी किए थे।
दरअसल, आज उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल सदन में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व में विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन शिक्षा के संबंध में निर्देश जारी किया गया। कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने के बाद विभाग ने यह आदेश वापस ले लिया। परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में ही होंगी।
आगे बताया कि पाठ्यक्रम में किसी भी प्रकार की कोई कटौती नहीं की गई है। प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयो के अंतर्गत 3 लाख 67 हज़ार 099 छात्र अध्ययनरत हैं। ऑनलाइन शिक्षा में शामिल विद्यार्थियों की संख्या दिया जाना किसी भी प्रकार से संभव नहीं हैं। मॉनिटरिंग के परिणाम ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। वही परिणाम संस्था स्तर की संकलित जानकारी के आधार पर तय किया गया है।
विदित हो कि ऑफलाइन परीक्षा कराये जाने का छात्र लगातार विरोध करते नजर आ रहे है। छात्रों का कहना है हमारी पढ़ाई ऑनलाइन के माध्यम से कराई गई, तो परीक्षा ऑफलाइन कैसे संभव है। छात्रों ने सरकार से ‘जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा’ की मांग की थी।