कबीरधाम। दुर्ग रेंज आईजी ओ.पी. पाल ने एसपी कार्यालय में कबीरधाम जिले के नक्सल क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले सभी अधिकारी जवानों को प्रशस्ति पत्र और नगद ईनाम से पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही जवानों को बेहतर कार्य करने निर्देश कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र पहुंचते हैं जवान –
बता दे कि कबीरधाम एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र थाना और चौकी प्रभारियों को लगातार आवश्यक सुरक्षा संबंधी निर्देश दिया जाता हैं। वही समय-समय पर वनांचल क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रख सर्चिंग पार्टी वनांचल क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित ग्राम में तक जाकर सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता और शिक्षा के प्रति जागरूक करने लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता हैं और वनांचल नक्सल प्रभावित ग्राम वासियों को शासन प्रशासन की नीतियों से अवगत कराया जा रहा है।
समाज से भटके नक्सलियों की घर वापसी –
साथ ही समाज के मुख्यधारा से भटक कर नक्सल गतिविधियों को अंजाम देने वाले नक्सलियों को भी छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा चलाए जा रहे आत्मसमर्पण नीतियों का बैनर पोस्टर वनांचल क्षेत्र एवं गांव-गांव में चस्पा कराया जा रहा है, जिससे बुराई के रास्ते को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का अवसर आत्मसमर्पण के माध्यम से कबीरधाम पुलिस के द्वारा समाज से भटके नक्सल संगठन के सदस्यों को दिया जा रहा है।
आत्मसमर्पण कराने में जवानों का योगदान, मिला सम्मान –
वही, संगठनों तक पहुंच कर उन्हें आत्मसमर्पण नीतियों के तहत विश्वास जगा कर आत्मसमर्पण कराने में अपना अमूल योगदान देने वाले कबीरधाम जिले के पुलिस अधिकारी जवानों को उचित इनाम देकर सम्मानित भी किया जा रहा है।
जवानों को आईजी से मिला नगद ईनाम –
दरअसल, पूर्व सक्रिय बोड़ला एरिया कमेटी के नक्सली कमांडर डी.व्ही.सी. करण हेमला और अनीता ताती द्वारा आत्मसमर्पण किया गया। इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण में कबीरधाम जिले के नक्सल थाना प्रभारी व टीम तथा डी.आर.जी. के अधिकारी जवानों को दुर्ग रेंज दुर्ग आईजी के द्वारा 10000/ रुपये का नगद ईनाम दिया गया है, जिसके लिए कबीरधाम पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
एसपी कार्यालय में नवीन कक्ष का लोकार्पण –
आईजी ने एसपी कार्यालय में नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष का रिबन काटकर लोकार्पण कर कार्यालयीन अधिकारी कर्मचारियों से आवश्यक चर्चा की। अनुकंपा नियुक्ति में कार्यरत आरक्षक व महिला आरक्षकों की समस्याओं से अवगत हुए।
भोरमदेव महोत्सव का दिया जायजा –
साथ ही आईजी ने भोरमदेव महोत्सव के सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए भोरमदेव मंदिर परिसर, कार्यक्रम स्थल, मेला स्थल और यातायात व्यवस्था के विषय में आवश्यक निर्देशित देते हुए, आवागमन में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न ना हो जिसके लिए दुकाने सड़क से दूर हो यह सुनिश्चित करें, यातायात बल पर्याप्त मात्रा में हो जो जाम ना लगने दे, वाहन सड़क के किनारे तितर-बितर ना होकर निर्धारित पार्किंग स्थल पर रखा जावे, जिससे वाहन दुर्घटनाओं से बचा जा सके, साथ ही मुख्य मार्ग एवं कार्यक्रम स्थल से लगे हुए क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में लाइट कनेक्शन लगे हो तथा बिजली के वायर जॉइंट फायरप्रूफ हो, आगजनी के संभावना से बचने के लिए मेले में लगे सभी दुकानदारों एवं व्यापारियों को पानी से भरा टैंक या बाल्टी तथा मिट्टी या रेत से भरे पैकेट फायर रजिस्टेंस उपकरण अनिवार्य तौर पर रखने तथा भोरमदेव के वनांचल क्षेत्रों पर पूर्व में नक्सल गतिविधियां देखी गई है।
इसका विशेष ध्यान रखते हुए समय-समय पर भोरमदेव क्षेत्र के आसपास पेट्रोलिंग पार्टी व सर्चिंग पार्टी लगातार भ्रमण करते रहे कहकर सुरक्षा व्यवस्था संबंधित अन्य आवश्यक निर्देश दिए।
यह लोग रहे मौजूद –
इस अवसर पर एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह, एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया नरेंद्र कुमार बेंताल, उप. पुलिस अधीक्षक नक्सल कौशल किशोर वासनिक, उप. पुलिस अधीक्षक जय सिंह मरावी, उप. पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पटेल, उप. पुलिस अधीक्षक संजय धुर्वे, रक्षित निरीक्षक नरगिस तिग्गा बघेल, और जिले के समस्त थाना चौकी प्रभारी तथा पुलिस टीम उपस्थित रहे।