कोरोना काल में राजधानी में लाखों की ऑनलाइन ठगी, जामताड़ा व लगे गांवों में छापे, 2 और फंसे
रायपुर – लाॅकडाउन के बाद राजधानी में जिस तरह ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़े, झारखंड में जामताड़ा और लगे गांवों में राजधानी पुलिस के छापों से लगातार ऐसे मामले खुल रहे हैं और आरोपी पकड़े जा रहे हैं। शनिवार को पुलिस ने जामताड़ा के करीबी गांवों में छापे मारकर दो युवकों को पकड़ा है। एक ने आरडीए बिल्डिंग रायपुर के एक व्यक्ति के खाते से 1.10 लाख रुपए और दूसरे ने अभनपुर के एक व्यक्ति के खाते से 2.20 लाख रुपए उड़ाने की बात स्वीकार कर ली है। दोनों रायपुर लाए गए हैं। इन दोनों ने लिंक भेजकर सिर्फ 5 रुपए में मोबाइल रिचार्ज करने का झांसा देकर लोगों से बातचीत की और फिर उनके खाते से रकम पार कर दी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों से राजधानी के कुछ और मामले सामने आ सकते हैं।
झारखंड में जामताड़ा से पुलिस ने तीन दिन पहले दो और युवकों को गिरफ्तार किया था, जो रायपुर लाए जा चुके हैं। दोनों ने रायपुर के एक रेस्टोरेंट में फ्री-थाली के फर्जी लिंक के जरिए लोगों को फांसा था और कई लोग ठगी का शिकार हो गए थे। इनमें से दो लोगों ने ही पुलिस से शिकायत की थी। शनिवार को पुलिस मोबिन और अल्ताफ नाम के युवकों को लेकर आई है। इन दोनों का ठगी का तरीका भी एक ही निकला है। दोनों ने लोगों को लिंक भेजकर उसमें 5 रुपए रिचार्ज करने का कहा था। उसके बाद खाते से पैसा निकाल लिए।
इस तरह शिकार बनाया
मोबिन ने आरडीए बिल्डिंग के इलेक्ट्रानिक कारोबारी से 1.10 लाख की ठगी की थी। कारोबारी को एक पार्सल महाराष्ट्र भेजना था। उन्होंने इंटरनेट से एक बड़ी कोरियर कंपनी का नंबर ढूंढ़कर निकाला और फिर काॅल किया। इस कंपनी के नाम से मोबिन ने अपना नंबर इंटरनेट पर अपलोड किया है। कारोबारी से उसने कंपनी का अफसर बनकर बात की और नाॅर्मल मैसेंजर पर एक लिंक भेजकर 5 रुपए रिचार्ज करने को कहा। कारोबारी ने जैसे ही लिंक से रिचार्ज किया, आरोपी के पास खाते का ब्योरा पहुंच गया। उसने पैसे निकाले और तुरंत दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया। अभनपुर के भागीरथी सिन्हा को अल्ताफ ने गाड़ी की फ्री सर्विसिंग का झांसा दिया और रिचार्ज का लिंक भेजकर उसके खाते से 2.20 लाख रुपए निकाल लिए।
कस्टमर केयर के जरिए
साइबर ठगों ने नामी कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर की जगह अपने नंबर अपलोड कर दिए हैं। लोग कस्टमर केयर में फोन कर इन फर्जी नंबरों में उलझ रहे हैं और ठगों को काॅल कर रहे हैं। इन ठगों ने फर्जी लिंक बना रखे हैं और लोगों को 5 से 10 रुपए का ऑनलाइन रिचार्ज करने कह रहे हैं। रिचार्ज करते ही ठगों के पास संबंधित के खाते का ब्यौरा आ जाता है।
कस्टमर केयर के जरिए
साइबर ठगों ने नामी कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर की जगह अपने नंबर अपलोड कर दिए हैं। लोग कस्टमर केयर में फोन कर इन फर्जी नंबरों में उलझ रहे हैं और ठगों को काॅल कर रहे हैं। इन ठगों ने फर्जी लिंक बना रखे हैं और लोगों को 5 से 10 रुपए का ऑनलाइन रिचार्ज करने कह रहे हैं। रिचार्ज करते ही ठगों के पास संबंधित के खाते का ब्यौरा आ जाता है।