राजनांदगांव। खैरागढ़ विधानसभा के लिए मंगलवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। सुबह से ही महिलाओं में ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। बूथों पर पुरूष मतदाता की अपेक्षा महिलाओं की ज्यादा लंबी लाइन लगी है। हालांकि सुबह की शुरुआत थोड़ी धीमी है। पहले एक घंटे में कुछ खास मतदान नहीं हुआ है, लेकिन अब इसके तेजी से बढ़ने की संभावना है। पिछली बार केवल 36% वोट ही पड़े थे।
ऊपर दिख रही तस्वीर खैरागढ़ के बार्डर जालबांधा में मतदान केंद्र की है। यहां महज 650 वोटर हैं। महिलाओं कांतिबाई तिरबेनी बाई, सुनीता, मोनिता बंजारे और आस्था बाई यादव ने वोट डाला। मुख्यमंत्री ने इस जगह को तहसील बनाने की घोषणा की थी। वहीं जलबंधा के सरपंच दीनदयाल सिन्हा का कहना है की तहसील और जिला बनाने का मुद्दा है लेकिन आबादी जितनी कम है उससे ये दावा पूरा होता नहीं दिख रहा है।
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए प्रशासन ने 291 मतदान केंद्र बनाए हैं। इन बूथों पर 2 लाख 11 हजार 516 मतदाता प्रत्याशी के भाग्य का फैसला करेंगे। 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें भाजपा, कांग्रेस और JCCJ के अलावा ज्यादातर निर्दलीय हैं। राजनांदगांव के जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने मतदाताओं से निर्भिक होकर वोट डालने को कहा है। उन्होने कहा है, मतदाताओं की सुविधा के लिए बूथों पर आवश्यक बंदोबस्त किया गया है।
यह 10 उम्मीदवार हैं मैदान में –
यशोदा वर्मा – कांग्रेस
कोमल जंघेल – भाजपा
नरेंद्र सोनी – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़
मोहन भारती – राष्ट्रीय जनसभा पार्टी
अरुणा बनाफर – निर्दलीय
साधुराम धुर्वे – निर्दलीय
नितिन कुमार भांडेकर – निर्दलीय
विप्लव साहू – फॉरवर्ड डमेक्रेटिक लेबर पार्टी
ढालचंद साहू – आम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया
संतोषी प्रधान – गोंडवाना गणतंत्र पार्टी
निर्वाचन आयोग ने खैरागढ़ विधानसभा के बूथों के लिए मतदान दलों को सोमवार दोपहर से ही रवाना कर दिया था। शहर से लेकर गंडई और साल्हेवारा के अंतिम छोर तक के बूथों पर देर शाम तक मतदान दल पहुंच चुके थे। यहां 291 मतदान केंद्र हैं। जिसमे 53 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र की वजह से संवेदनशील हैं। 86 मतदान केंद्रों को राजनीतिक वजहों से संवेदनशील बताया गया है। मतदान के लिए करीब 1 हजार 164 अधिकारियों और कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है।
दोनों दलों की ओर से जीत के दावे –
मतदान शुरू होने से पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों ने जीत के दावे किए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं लगातार खैरागढ़ में गया हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि वहां कांग्रेस के पक्ष में मतदान होगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, भाजपा चुनाव हार चुकी है यह खुद भाजपा की प्रदेश प्रभारी भी जान चुकी हैं। इसलिए उन्होंने खुद को खैरागढ़ से दूर रखा हुआ था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा, खैरागढ़ में कांग्रेस की पराजय निश्चित है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, कांग्रेस केवल सत्ता की भूखी है। खैरागढ़ की याद उन्हें तब आई जब वहां चुनाव होने थे।
खैरागढ़ में आधी आबादी का वोट निर्णायक –
खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आधी आबादी यानी महिलाओं का वोट निर्णायक भूमिका में है। यहां 1 लाख 5 हजार 250 महिला मतदाता हैं और करीब इतने ही 1 लाख 6 हजार 266 पुरुष मतदाता हैं। यानी कि दोनों की आधी-आधी हिस्सेदारी है। जबकि कुल मतदाता 2 लाख 11 हजार 516 हैं। इनमें 80 वर्ष से अधिक 1612 और नए मतदाता 3752 हैं। जबकि दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 1011 और सर्विस वोटर 89 शामिल हैं।