रायपुर/डेस्क। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड सहित 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक चिंतन शिवर आयोजित कर रही है। चिंतन शिविर में कांग्रेस 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर मंथन करेगी। चिंतन शिविर 3 दिनों तक चलेगा और 6 सत्रों में सियासी पकड़ मजबूत करने कांग्रेसी मंथन करेंगे।
बता दे कि चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, PCC चीफ मोहन मरकाम, कांग्रेस प्रभारी सप्तगिरि उल्का और विधायक विकास उपाध्याय शामिल होंगे। पार्टी के नेता कमजोरियों तथा मोदी सरकार के खिलाफ चलाए जाने वाले आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नव संकल्प चिंतन शिविर में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, सीएम भूपेश बघेल, सीएम अशोक गहलोत के अलावा देश के सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे।
शिविर में एआईसीसी के पदाधिकारियों अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता सहित अन्य महत्वपूर्ण लोग भी मौजूद रहेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल व राजस्थान प्रभारी अजय माकन चिंतन शिविर की तैयारियां देखने बुधवार को उदयपुर भी पहुंचे थे। राजस्थान में हो रहे चिंतन शिविर को छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दोबारा सरकार बने, इसकी रणनीति भी तय की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में 2023 में होना है विधानसभा चुनाव –
चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़, राजस्थान व मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले चुनावों को लेकर कांग्रेस रणनीति तैयार करेगी। अभी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में ही कांग्रेस की सरकार है। उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में कुल 6 सत्र होंगे, जिसमें राजनीति, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण, आर्थिक विषय, संगठन विस्तार, किसान और कृषि और युवा सशक्तिकरण पर फोकस किया जाएाग। 3 दिन चलने वाले शिविर में हर दिन दो सत्र आयोजित किए जाएंगे।