कबीरधाम। कलयुगी बेटे के करतूत का एक बहुत ही शर्मनाक मामला सामने आया है, जिस बेटे को पाल पोस कर बड़ा किया आज उसी ने अपने पिता की डंडे से पिटाई की। वही, शिकायत के बाद भी आरोपी बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया।
दरअसल, पूरा मामला कबीरधाम जिले के ग्राम प्रभुझोला का है, जहां झलमला पुलिस के पास अपने पैदा किए हुए बेटे से मार खाकर एक बाप पहुंचा। बेटे ने पिटाई भी इस कदर की थी कि बूढ़े पिता के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान नजर आ रहे थे।
पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि 4 मई की शाम वह अपने बेटे सुखलाल बैगा के घर बैठने गया। घर पर ना ही बहु थी और ना ही बच्चे। वही अपने बेटे से मिलने की आस लिए बुजुर्ग पिता काफी देर तक उसका इंतजार करता रहा था जब सुखलाल बैगा घर पहुंचा तो अपने बाप को देखकर एकाएक नाराज हो गया व कहने लगा कि तुम यहां क्यों आए हो ?
बुजुर्ग पिता की सिर्फ इतनी मुराद थी कि वह अपने बेटे और पोते को देखना चाहता था। लेकिन ये कलयुगी बेटे को बाप का अपने घर पर आना रास नहीं आया व उसने गंदी गालियां देते हुए बांस से पिता की पिटाई की। बेटा इतना ही निर्दई निकला कि उसने तो अपने पिता को जमीन में घसीटते हुए घर से बाहर निकाल दिया। पास के ही पुन्नू गोड़ ने यह सब अपनी आंखों से देखा और बुजुर्ग को बचाकर उसके घर पहुंचाया। बुजुर्ग का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झलमला में किया गया। वही, पत्नी धनिया बाई के साथ मिलकर बुजुर्ग पिता ने अपने बेटे के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
झलमला थाना प्रभारी सुमित नेताम ने बताया कि साहेब बैगा 55 के साथ बेटे सुखलाल बैगा ने मारपीट की, जिससे बुजुर्ग जख्मी हो गया। बुजुर्ग दंपत्ति की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के विरुद्ध धारा 294, 323, 506 (B) के तहत कार्यवाही की गई हैं। वही, बेटे को अपने जख्मी पिता की सेवा करने की समझाइश दे दी गई है।
वही, इस मामले में थाना प्रभारी द्वारा दिया बयान काफी अजीब है। उस आरोपी बेटे पर कार्यवाही करने के बजाए उसे यूं ही छोड़ दिया गया, जो बेटा अपने बाप को डंडो से मार सकता है तो क्या वह उसकी सेवा करेगा। जेल की हवा खाने पर उसके सुधारने के कुछ प्रतिशत चांस थे लेकिन पुलिस ने उसे अनचाहा मौका देकर और सय दिया हैं। पालन पोषण करने वाले मां बाप का जो इस उम्र में तिरस्कार कर रहा है, वह क्या उनकी सेवा करेगा ?