कबीरधाम बड़ी खबर : लाखों की डिमांड, फिर छलक छलक पटवारी जाम छलकाए रे, सोशल मीडिया पर VIDEO वायरल
कबीरधाम। पटवारियों द्वारा वसूली को लेकर अक्सर कबीरधाम जिला चर्चा में रहता है। वही, किसान पटवारियों से इतने परेशान हो गए हैं कि आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए भी मजबूर हो जाते हैं। छोटे से छोटे कार्य चाहे पर्ची बटवारा, पर्ची बनाना या फिर नक्शा खसरा के लिए गरीब मजदूर किसानों से मोटी रकम लिए बिना यह पटवारी नहीं मानते। पटवारियों की पकड़ इतनी मजबूत है कि प्रशासन भी इन पर कार्यवाही करने से डरता है।
ताजा मामला कबीरधाम जिला के स.लोहारा तहसील वीरेंद्र नगर निवासी ओमप्रकाश निर्मलकर ने सामने लाया है। ओमप्रकाश से पटवारी योगेंद्र मिश्रा ने जमीन सीमांकन के लिए 2.50 लाख की डिमांड की है। कलेक्टर से शिकायत के बाद भी जब कार्यवाही नहीं हुई तो पीड़ित ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो में पटवारी साथियों के साथ बैठकर जाम छलकाते हुए नजर आ रहा है। जहां पर जाम छलकाए जा रहे हैं वह एक निजी आवास है, जिसे किराए पर लेकर घूसखोरी का बिजनेस चलाया जाता है।
क्या है पूरा मामला ? –
दरअसल, ओम प्रकाश निर्मलकर ने हल्का 27 पटवारी योगेंद्र मिश्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जमीन सीमांकन के लिए आवेदन किया था। पटवारी द्वारा 10,000 की मांग की गई। उसे दिया गया। उसके बाद पटवारी जमीन के पास पहुंचा और कहने लगा तुम्हारा जमीन गायब है। अब 10,000 से काम नहीं चलेगा, 02.50 लाख रुपया दोगे तब ही काम हो पाएगा।
कलेक्टर और एसडीएम से की शिकायत –
पीड़ित ओमप्रकाश निर्मलकर ने पटवारी द्वारा इतने अधिक पैसों की डिमांड के बाद कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा और SDM विनय सोनी से शिकायत की। वही, समस्या का समाधान नहीं होने पर पीड़ित ने आत्महत्या करने की बात तक कह डाली। कलेक्टर व एसडीएम से आश्वासन मिला लेकिन कार्यवाही नहीं हुई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो –
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें पटवारी योगेंद्र मिश्रा ग्राम कोटवार भरत (पटवारी ऑपरेटर) सब साथ में मिलकर जाम पर जाम छलका रहे हैं व पटवारी खुद का कच्चा चिट्ठा खोल रहा है। यह मीटिंग एक घर में पैसों को लेकर ही हो रही थी। पीड़ित ने खुद यह वीडियो बनवा कर रखा था। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में पैसों की डीलिंग हो रही थी।
उच्च अधिकारियों की छत्रछाया में पटवारी –
पटवारी योगेंद्र मिश्रा की शिकायत पंच, सरपंच, ग्रामीणों किसानों ने कई बार की है, लेकिन अब तक उसका बाल भी बांका नहीं हो पाया है। शिकायत हर अधिकारी कलेक्टर, SDM, तहसीलदार तक पहुंची है। केवल आश्वासन दिया जाता है लेकिन कार्यवाही के नाम पर शून्य है। इससे साफ होता है, उच्च अधिकारियों की छत्रछाया में पटवारी का बिजनेस फूल फल रहा है।
अपने नीचे रखा है ऑपरेटर –
पटवारी योगेंद्र मिश्रा इतना शातिर है कि अपने नीचे उसने 02-3 ऑपरेटर रखा है, जो पैसों की डीलिंग करते हैं ताकि समय आने पर वह बच कर निकल सके। काफी शातिर तरीके से किसानों से पैसों की लूट हो रही है। इधर, सरकारी बैंक से तनख्वाह भी ली जा रही है। इन्हें बिना घूस दिए कोई काम नहीं होता।
कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश –
कलेक्टर ने कहा सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। लोहारा तहसीलदार को जांच का आदेश दिया गया है। 2 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट आनी है। इसके बाद तथ्यों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
एसडीएम विनय सोनी ने कहा –
SDM विनय सोनी का कहना है कि उन्हें इस बात की शिकायत मिली है जांच की जा रही है। जांच में सब कुछ साफ होने के बाद पटवारी पर कार्यवाही होगी।
बहरहाल, जांच का हवाला देकर अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ दिया है। घूसखोर पटवारी पर कार्यवाही होती है या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा। सोचने वाली बात है ऐसे भ्रष्ट अधिकारी इतने लंबे समय से यहां पर फल फूल कैसे रहे हैं। शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन ने कार्यवाही क्यों नहीं की। अब तक ऐसे पटवारी को निलंबित क्यों नहीं किया गया।