कबीरधाम। जिला कांग्रेस आज सोमवार 13 जून को काला पट्टी बांध मौन धरना प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही रामधुन और गांधी जी का भजन किया जाना है। वही, राहुल गांधी थोड़ी ही देर बाद नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए ED के दफ्तर पहुंचने वाले हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलू चंद्रवंशी ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी को भाजपाइयों के द्वारा षड्यंत्र कर ईडी से नोटिस जारी कराया गया है। वही इसका विरोध करते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। वही क़बीरधाम जिले के सभी कार्यकर्ता व नेता इस दौरान काली पट्टी बांधकर मौन धरना प्रदर्शन कर रहे है और राम धुन और गांधी जी का भजन किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम का सख्त निर्देश है कि धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में कांग्रेस के सभी ही पदाधिकारी, जनप्रतिनिधी, कार्यकर्ता की उपस्थिति अनिवार्य हैं। अनुपस्थित पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व कार्यक्रयाओं की सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजी जाएगी।
यह लोग है शामिल –
सभी कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता, विधायक, सभी आयोग सदस्य, सभी ब्लाक अध्यक्ष वरिष्ठजन, ज़ोन, सेक्टर, वार्ड/बूथ के प्रभारी, सम्मानित प्रदेश, जिला व ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य, सरपंच, नगर पालिका/नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षद, पूर्व पार्षद, पार्षद प्रत्याशी, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, NSUI, सेवादल, किसान कांग्रेस, झुग्गी झोपडी प्रकोष्ठ, अल्पसंख्यक विभाग, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ अनुसुचित जनजाति प्रकोष्ठ, मीडिया विभाग और सभी प्रकोष्ठ के सभी सम्मानित सदस्य उपस्थित है।
क्या है पूरा मामला –
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज 13 जून को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश होंगे। जांच पार्टी द्वारा प्रचारित यंग इंडियन में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है, जो नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिक हैं और गांधी को इस मामले में तलब किया गया है। यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में, पेपर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
8 जून को, सोनिया गांधी को भी ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने एजेंसी से समय मांगा क्योंकि वह COVID-19 से उबर रही हैं।
नेशनल हेराल्ड मामला
इससे पहले 2 जून को, राहुल गांधी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने नई तारीख मांगी, क्योंकि वह उस समय विदेश में थे। फिलहाल ED ने शेयरहोल्डिंग पैटर्न और वित्तीय लेनदेन की जांच की है। एजेएल और वाईआईएल के कामकाज में पार्टी पदाधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के आरोपों के अनुसार, गांधी परिवार ने धोखाधड़ी की और धन का दुरुपयोग किया, जिसमें YIL ने केवल 50 लाख रुपये का भुगतान करके 90.25 करोड़ रुपये वसूलने का अधिकार प्राप्त किया, जो कि AJL पर कांग्रेस का बकाया था। इससे पहले उन्होंने दिल्ली की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी। जबकि ईडी ने स्वामी की याचिका पर वाईआईएल के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लेने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक नया मामला भी दर्ज किया था।
अप्रैल में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल से ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में नई दिल्ली में पूछताछ की थी। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बंसल एजेएल के प्रबंध निदेशक हैं और खड़गे वाईआईएल के सीईओ हैं।
13 जून को कांग्रेस करेगी विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी 13 जून को अपने नेता राहुल गांधी के प्रति शक्ति प्रदर्शन के रूप में विरोध प्रदर्शन कर रही है, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के सामने पेश होंगे। नई दिल्ली ईडी के मुख्यालय और संबंधित राज्यों में उसके कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसे पार्टी केंद्र द्वारा एजेंसियों का “दुरुपयोग” कहती है। पार्टी के शीर्ष नेताओं और सांसदों का विरोध मार्च में भाग लेने का कार्यक्रम है और वे एक “सत्याग्रह” भी कर रहे है।