कबीरधाम। दंडी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के द्वारा ‘ग्राम नगर जंगलम कवर्धा मंगलम’ की शुरुआत 9 जुलाई से की गई। स्वामी श्री के संकल्प के अनुसार हिंदुत्व के प्रतिक भगवा को हर गांव में मंत्रोच्चार के साथ फहराया जा रहा है। स्वामी जी स्वयं गांव गांव पहुंच रहे हैं और लोगों को संबोधित कर रहे हैं।
‘ग्राम नगर जंगलम कवर्धा मंगलम’ का आज दूसरा दिन है। स्वामी श्री आज 10 जुलाई को कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम गाडाघाट पहुंचे व ध्वजारोहण कर ग्राम वासियों को संबोधित किया। इसके बाद भगवान श्रीराम के चरण तीर्थ दर्शन किया व पुजारी ने शंख बजाकर स्वामीश्री के ‘ग्राम नगर जंगलम कवर्धा मंगलम’ यात्रा की सफलता के लिए शंखनाद किया।
अपने संबोधन में स्वामीश्री ने कहा कि –
वही, गाडाघाट निवासियों को संबोधित करते हुए स्वामीश्री ने कहा कि आज से हमारा नया संबंध बन रहा। आज तक मुलाकात नहीं हुई थी आज का दिन ऐतिहासिक है। कभी जरूरत पड़े तो हम आपको याद करेंगे व आपको जरूरत होगी तो हम सदैव आपके साथ हैं। सुख-दुख में हम सभी साथ रहेंगे ऐसा हमारा संबंध होगा।
उन्होंने कहा कि ‘ग्राम नगर मंगलम कवर्धा मंगलम’ की यात्रा के तहत हर गांव गांव में जा रहे हैं और हर जगह हिंदुत्व का प्रतीक भगवा लगा रहे हैं। ग्राम नगर मंगलम कवर्धा मंगलम का मतलब है हर जंगल, हर गांव और हर नगर का मंगल हो यही हमारा उद्देश्य है। स्वामीश्री ने लोगों को गुरु का मतलब बताते हुए कहा कि गुरु का मतलब है ज्ञान देने वाला। बहुत बार ऐसा होता है कि कई प्रश्न मन में आते हैं लेकिन उसका जवाब नहीं मिलता है। आपके इन्हीं प्रश्नों का जवाब देने हम सदैव तत्पर हैं। आज से इस गांव और हमारा संबंध बन रहा है। आपने हमें जल और मिट्टी दी और हमने आपको भगवा ध्वज दिया। आने वाले समय में यदि कोई समस्या आती है तो उसकी चर्चा हम सब आपस में करते रहेंगे।
मिट्टी व जल संग्रहण कर होगी गांव समृद्धि के लिए पूजा –
स्वामी जी ने ग्रामीणों को बताया कि श्री शंकराचार्य महाराज के द्वारा या धर्म ध्वजा भेजी गई है, जिसे आज मंत्रोच्चार के साथ कराया गया है। हर गांव से हम मिट्टी और जल संग्रहण कर ले जा रहे हैं। इसे ले जाकर कवर्धा में एक सुंदर-पवित्र स्थान में रखा जाएगा, जिसकी रोजाना पूजा होगी और गांव की समृद्धि के लिए मंगल कामना की जाएगी।
सुख, शांति और समृद्धि से रहे कवर्धा में लोग –
स्वामीश्री ने कहा कि वह पूरे कबीरधाम का मंगल चाहते हैं। यहां मंगल का मतलब है, हर व्यक्ति सुख शांति और समृद्धि से रहे। लोगों के शरीर में बीमारी ना हो उन्हें पढ़ाई व लिखाई का समुचित वातावरण मिले। कोई भी वविपत्ति उनके ऊपर ना आए। वही यह वातावरण बनाने का प्रयास हम जगतगुरु शंकराचार्य जी महाराज के द्वारा प्रेरित होकर हम लोग कर रहे हैं।
ज्ञानवापी में मिले विश्वेश्वर महादेव का गांव गांव में पूजन –
बताते चलें गांव गांव में धर्म ध्वजारोहण के बाद ज्ञानवापी में मिले विश्वेश्वर महादेव की चरण पादुका प्रतिकपूजन ग्रमीणों द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ श्री विश्वेश्वराये नमः मंत्र का जाप कर पूजा संपन्न कराई जा रही है।
इन गांवों में ध्वजारोहण –
10 जुलाई के कार्यक्रम में स्वामि श्री गाडाघाट, आमानारा, लरबक्की, धुमाछापर, भरतपुर, छुही, बाटीपथरा, राली व तरेगगांव में भगवा ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न कराकर रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।