सुकमा। एसपी कार्यालय में पुलिस व एसटीएफ के अफसरों के सामने 16 लाख के इनामी नक्सली दंपती सवलम मुत्ता उर्फ सुक्कु व सवलम गंगी ने मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया। सरेंडर दंपती नक्सलियों की दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी में सक्रिय खूंखार नक्सली हिड़मा ने नेतृत्व वाली बटालियन नंबर-1 के सदस्य के रूप में सक्रिय थे।
सुक्कु जिले के एर्राबोर और गंगी चिंतागुफा थाना क्षेत्र के निवासी है। अफसरों ने सरेंडर दंपती को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि का चेक देते हुए उन्हें शासन की पुनर्वास नीति का लाभ देने की बात कही। सुक्कु 2006 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ। 3 साल बाद ही वह नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी नंबर का सदस्य बना। 6 साल बटालियन मुख्यालय सेक्शन बी का सदस्य था।
नक्सलियों ने साल 2019 में बटालियन के कंपनी नंबर-1 के प्लाटून नंबर-1 का डिप्टी कमांडर बना दिया। सरेंडर नक्सली सुक्कु बीते 16 साल से नक्सली संगठन में सक्रिय था। वह सुकमा के अलावा बीजापुर जिले में घटित 16 बड़ी नक्सली वारदात में शामिल रहा। इन नक्ससी वारदातों में 175 जवानों की शहादत हुई। इनमें साल 2010 में चिंतागुफा थाना क्षेत्र के ताड़मेटला में हुई 76 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के अलावा कसालपाड़, बुरकापाल व टेकलगुड़ेम जैसे बड़े नक्सली हमले में सुक्कु शामिल था।