कबीरधाम। पिछले वर्ष 3 अक्टूबर 2021 को धार्मिक ध्वज के अपमान से उठे विवाद के बाद कवर्धा में साम्प्रदायिक माहौल निर्मित हो गया था। परिस्थिति कुछ इस तरह से निर्मित हो गई थी कि प्रशासन को 15 दिनों तक शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा था, जिसके बाद दोनों पक्षों में महीनो तक आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। महीनों तक आंदोलन का दौर चलता रहा, जिसके बाद धीरे धीरे स्थिति सामान्य होते चली गई।
इसी घटना को लेकर विश्वहिंदू परिषद और बजरंग दल ने सयुक्त बैनर में 03 अक्टूबर सोमवार को कवर्धा में काला दिवस मनाने की घोषणा की हैं। विश्व हिंदू परिषद कवर्धा इकाई का मानना है कि पिछले साल 03 अक्टूबर की घटना बहुसंख्यक समाज को अपमानित करने के उद्देश्य से किया गया कृत्य था। जिला और पुलिस प्रशासन ने अपराधियों को सजा देने के बजाय हिन्दू समाज को ही दंड और प्रताड़ना देने का कार्य किया हैं।
वही, दूसरे पक्ष के अपराधी धर्म ध्वज का अपमान करने के बाद भी हथियार लेकर सड़को पर घूमते रहें और निर्दोष हिन्दुओं पर भीषण लाठीचार्ज कराया गया। साथ हिंदुओ को जेल भेजा गया निरअपराध युवाओं को अकारण जेल की यातनाओ को झेलना पड़ा और नवरात्री के साथ ही विजयादशमी पर्व कर्फ्यू के चलते नही मनाया जा सका, जिसके चलते ऐसी स्थिति बनी की देश की नजर कवर्धा पर आकर अटक गई, जिसके बावजूद पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने घटना का यायिक जांच नही कराया।
विश्वहिंदू परिषद का मानना है कवर्धा के इतिहास में 03 अक्टूबर वह काला दिन हैं, जिसे भुला नही जा सकता। 03 अक्टूबर को बजरंग दल के साथ सयुक्त बैनर में विहिप काला दिवस के रूप में मनाएगी। इस दिन धर्मध्वज चौक लोहारा नाका से शाम 06 बजे मशाल रैली का आयोजन किया जायेगा, जिसका समापन स्थानीय गांधी मैदान प्रांगण में किया जायेगा। इसके बाद शस्त्र पूजन और नारी शक्ति द्वारा दुर्गाचालीसा पाठ का भी आयोजन किया जायेगा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में रामबालक दास जी महात्यागी उपस्थित रहेंगे। विहिप ने मशाल रैली में अधिक से अधिक लोगों को उपस्थित रहने की अपील भी की है।
विहिप का कहना है पिछले वर्ष कर्फ्यू लगाकर प्रशासन ने हमें नवरात्री और विजयादशमी मनाने से रोका था, जिसके प्रतिपूर्ति में इस वर्ष भव्य शारदीय नवरात्र मनाने का निर्णय लिया गया हैं। विश्व हिंदू परिषद स्थानीय गांधी मैदान में शारदीय नवरात्री के उपल्क्ष में 26 सितम्बर से 05 अक्टूबर तक में शक्ति महापर्व का आयोजन कर रही हैं, जहाँ पंडाल में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित किया गया हैं, जिसमे कई रचनात्मक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। 30 सितम्बर को सरस्वती पूजन एवं पूजा थाल सज्जा प्रतिस्पर्धा, 01 अक्टूबर को कन्याशक्ति रंगोली प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाना हैं, जिसमें प्रथम द्वितीय आने वाले प्रतिभागी के लिए नगद ईनाम रखा गया है। 02 को सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ एवं भजन गायन आर्केष्ठा का आयोजन होगा।
इसी कड़ी में एक आन्दोलनात्मक कार्यक्रम 03 अक्टूबर काला दिवस पर मशाल रैली व शस्त्र पूजन उपरांत जगराता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। दशहरा पर्व पर रावण दहन और रामलीला, जगराता का आयोजन किया जायेगा।