रायपुर।नाबालिग राजधानी रायपुर के माना स्थित SOS बाल आश्रम में एक नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज बीजेपी ने मामले की शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से की है। बीजेपी प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले में संज्ञान लेने की मांग की है।
उन्होंने पत्र में कहा कि बालिका के साथ आश्रम में दुष्कर्म हुआ। मई 2021 में बालिका के साथ घटना घटी लेकिन नवंबर 2021 में एफआईआर कराया गया। पूरे मामले को संस्था, राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ ही बाल संरक्षण इकाई द्वारा दबा कर आरोपियों को बचाने की कोशिश की गई। पीड़िता ने एक मरे हुए बच्चे को जन्म दिया, जिसकी मौत हो गई। डीएनए जांच में बच्चे का डीएनए आरोपी के डीएनए से नहीं मिलता। जिससे साबित होता है कि बालिका के साथ एक से ज्यादा लोगों ने दुष्कर्म किया।
उन्होंने कहा कि इस मामले में न तो एनजीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है और नही महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के खिलाफ। पीड़िता को अभी तक उसी आश्रम में रखा गया है जहां उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। उससे दबाव पूर्ण बयान दिलाया जा रहा है। उस एनजीओ में रह रही अन्य बालिकाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं।उन्होंने इस पूरे मामले को दबाने वालों के खिलाफ भी पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज करने की मांग की है।