रायपुर। छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डा. रमन के बीच जारी वार-पलटवार का सिलसिला और तेज होता जा रहा है। कल सीएम बघेल ने राजनांदगांव में अपनी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान पूर्व सीएम पर अपनी मां तक को थाने बुलाने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। अब उसी पर डा. रमन सिंह ने पलटवार किया है। पूर्व सीएम ने सीएम बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि, आपको डर किस बात का है मुख्यमंत्री जी? आप पहले स्पष्ट करें कि, आपको जेल क्यों जाना पड़ा था ?
डा. रमन ने कहा कि, पूर्व मंत्री की चरित्र हत्या के लिए आपको जेल जाना पड़ा था। उस प्रकरण में सीबीआई ने केस दर्ज किया और आपको जेल जाना पड़ा। ऐसी हरकत करेंगे तो कार्यवाही तो होगी ही। आप कहते हैं कि, डा. रमन की दिल्ली में चलती नहीं, दूसरी तरफ बोलते है दिल्ली जाकर कार्यवाही कराता है। ये दो तरफा बात बार-बार क्यों करते है ? सत्य सबके सामने आएगा, इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।
पूर्व मंत्री की अश्लील सीडी आपने दिखाई… इसलिए हुई कार्रवाई
वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने राजनांदगांव में कहा था कि, सीएम बनने की मैंने बहुत कीमत चुकाई है, मुझे जेल जाना पड़ा। मेरी मां को थाने में बिठाया गया। इस पर भी डा. रमन ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री भेंट मुलाकात में घड़ियाली आंसू बहाने का कार्य कर रहे हैं। राजनांदगांव में झूठ बोलने का कार्य सीएम ने किया है। उस दिन भूपेश जी को नहीं बुलाया गया था। कहीं समन जारी नहीं किया गया और न ही उन्हें और न ही उनके परिवार को बुलाया गया। मुख्यमंत्री कह रहे मुझे जेल भेजा गया, आपने ऐसा कार्य ही किया कि, आपको जेल जाना पड़ा। पूर्व मंत्री की अश्लील सीडी आपने दिखाई। सुप्रीम कोर्ट में इसका मामला चल रहा है, जल्द इसमें फैसला आएगा। मुख्यमंत्री राजनांदगांव में जाकर जबरदस्ती की सहानुभूति बटोर रहे हैं।
राजनीतिक षड्यंत्र का नतीजा है, जो आरक्षण में कमी हुई है
कुछ दिनों पहले सीएम ने भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर पर तंज कसा था। इसके पलटवार पर रमन सिंह ने कहा कि, भैरवसिंह सिखावत के संग कार्य करने वाले व्यक्ति है ओम माथुर। उनके बारे में सीएम को इस प्रकार की बात नहीं करनी चाहिए। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि, 4 वर्षों तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांवों में कोई कार्य नहीं किया है। 1 वर्ष का कार्यकाल बचा है, तो वादे पर वादा किया जा रहे हैं। यह राजनीतिक षड्यंत्र का नतीजा है, जो आरक्षण में कमी हुई है। वहीं, कवासी लखमा के बात को गंभीरता से नहीं लेने की बात डॉ रमन सिंह ने कही है।