गरियाबंद। गरियाबंद जिले से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल में वन विभाग द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है। वहीं बाघ की सुरक्षा को लेकर वन विभाग चिंतित नजर आ रहा है।
उदंति सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने इसकी पुष्टि की है। ऑल इंडिया टाइगर स्टीमेंशन 2022 के अंतर्गत फेज-3 में ट्रैप कैमरा लगाया गया है। एक्सरसाइज के दौरान 31 अक्टूबर 2022 को उदंति सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ की फोटो कैमरा में कैद हो गई।
वन विभाग द्वारा जारी प्रेस रिलीज के कारण विगत एक वर्ष में बाघ के मल के तीन सैम्पल भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून डब्लू टी.आई को भेजा गया है, जिसकी पुष्टि भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के द्वारा की गई है। एक से ज्यादा बाघ होने की पुष्टि डी.एन. सिक्वेसिंग रिर्पोट जो कि फरवरी /अप्रेल 2023 में प्रेषित की जाएगी। उसके आने के बाद हो पाएगी।
उदंति सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण बाघ की आखरी फोटो वर्ष 2019 में उपलब्ध हुआ था, जो कि मादा बाघिन थी। हाल ही में मिले फोटो एंव पगमार्ग से नर बाघ के प्रमाण मिले हैं, टाईगर रिजर्व में प्रशासन द्वारा विगत वर्षो से लगातार बाघ की टैकिंग मांनिटरिंग एंव रहवास विकास कार्य किया जा रहा है।
बाघ के पगमार्ग मल एंव फोटोग्राफस पाये जा रहे है, एआईजी राष्ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण के द्वारा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व प्रंबधन को विशेषकर वन अधिकारी कर्मचारी को बाघ की तस्वीर कैमरे में कैद होने पर बधाई दी गई है।