पड़रिया. कबीरधाम जिले में निवासरत परिवारों को हो रही पानी की समस्या एवं जल स्तर गिरने की समस्या को देखते हुए आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने प्रश्न किया। इस दौरान उन्होंने सुतियापाट नहर विस्तारीकरण और पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना के साथ-साथ कबीरधाम जिला अंतर्गत जनवरी, 2020 से दिसंबर, 2023 तक कौन-कौनसी सिंचाई परियोजना, जलाशय निर्माण, एनीकेट, स्टापडेम निर्माण हेतु कितनी-कितनी राशि के कितने कार्य स्वीकृत किये गये हैं, उसमें कितने कार्य पूर्ण व अपूर्ण हैं तथा किन कार्यों में अनियमितता व भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त हुईं हैं तथा उसमें कितनी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही हुई है उसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के विषय में प्रश्न किया। कबीरधाम में अधिकांश किसान गन्ने व धान की खेती करते हैं ऐसे में उन्हें सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने से उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं, उनकी समस्या के निदान व उन्नत फसल के लिए भी भावना बोहरा ने जल आपूर्ति सुचारू रूप से हो सके इसके लिए सदन में अपनी बात रखी।
उन्होंने अपने पूरक प्रश्न में कबीरधाम जिले के विकासखंड पंडरिया में स्थित हाफ नदी में व्यपवर्तन योजना का निर्माण कार्य, रमतला जलाशय का शीर्ष कार्य, नहरों का रिमाडलिंग कार्य, क्रांति जलाशय एवं देवसरा जलाशय के नहरों का रिमाडलिंग, नहर विस्तारीकरण कार्य तथा वर्ष 2022-23 में स्वीकृति प्रदान किये गए जल संसाधन विभाग के कार्यो में आज तक टेंडर की प्रक्रिया नहीं होने के संबंध में भी सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इन अपूर्ण कार्यों की वजह से क्षेत्र के किसानों को नहरों के जल का लाभ पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा नहीं पंहुचा पाई है, जिससे सिंचाई के साथ-साथ क्षेत्र में निवासरत परिवारों को जल संकट की हो रही समस्या से अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के हक़ व अधिकार को लेकर एवं पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके इसके लिए वर्ष 2017 में बहुप्रतीक्षित परियोजना सुतियापाट जलाशय के ग्राम पिपराटोला से रणवीरपुर तक लेफ्ट बैक केनाल (दाहिने नहर लाइन) के लगभग 16 किलोमीटर लंबे नहर विस्तारीकरण कार्य हेतु 16.50 करोड़ रूपए राशि की स्वीकृति दी थी। परन्तु वर्ष 2018 में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से यह परियोजना ठन्डे बस्ते में है, कई बार क्षेत्र के किसानों और आमजनता के साथ उन्होंने लगातार इस मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किये ज्ञापन सौंपा लेकिन आज तक स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है।
भावना बोहरा ने बताया कि सुतियापाट नहर विस्तारीकरण से जिले के 26 गाँव के 3250 हेक्टेयर कृषि भूमि के साथ-साथ आस-पास के 15 गाँव को भी सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। वहीं पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना के सर्वे स्वीकृति एवं बांध व नाली निर्माण की स्वीकृति के सन्दर्भ में भी विधानसभा में मैनें अपनी बात रखी है। ग्राम बड़ौदा से रामपुर तक स्वीकृत इस जलाशय परियोजना से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 अंतर्गत ग्राम उड़ियाखुर्द, उड़ियाकला, चिलमखोद्रा, दनियाखुर्द, कारेसरा, हथलेवा, बाजार चारभाठा, गोछिया, भाठ कुंदेरा, घटोली, रामपुर, गैन्दपुर, गोरखपुर, सेमरिया, धरमगढ़, अचानकपुर सहित जिले के 50 से अधिक गाँव के किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। वर्तमान में जल समस्या को लेकर लगातार क्षेत्रवासियों को असुविधा हो रही है, ऐसे में उनकी इस समास्या के निराकरण के लिए मैनें आज विधानसभा में इस विषय को प्रमुखता से रखा है। मुझे पूरा विश्वास है की जल्द ही जल समस्या के निराकरण के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से संज्ञान में लिया जाएगा और कबीरधाम जिला सहित पंडरिया विधानसभा के किसानों व परिवारों को पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी। *विदित हो कि पूर्व घोषित सुतियापाट नहर विस्तारीकरण की मांग को लेकर भावना बोहरा द्वारा विगत वर्ष एवं उसके पूर्व भी कई बार प्रमुखता से अपनी आवाज मुखर की गई। शासन एवं प्रशासन को पत्र भी लिखे गए एवं प्रभावित गाँव के हजारों किसानों व क्षेत्रवासियों के साथ उन्होंने ट्रैक्टर रैली और पदयात्रा तथा बैलगाड़ी से भी यात्रा करके किसानों के हित व अधिकार के लिए अनवरत जन-आन्दोलन किया गया।*
क्षेत्र में जल स्तर गिरने से पेय जल की समस्या को लेकर भी भावना बोहरा ने प्रमुखता से अपनी बात रखी। उनके प्रश्नों का प्रतिउत्तर देते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था हेतु जिले के बीजा बैरागी-डोमाटोला एनीकेट कम काजवे का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है लेकिन अत्यधिक वर्षा होने के कारण एनीकेट का अप्रोच रोड व कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था जिसे जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा जिससे क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिलेगा। रामपुर-बड़ौदा व्यपवर्तन योजना, हाफ नदी व्यपवर्तन योजना को प्राथमिकता में रखा है इसके साथ ही घटोला जलाशय, जगमड़वा-बड़ौदाखुर्द जलाशय को भी प्राथमिकता में रखा गया है जिसका कार्य भी जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके साथ ही वन मंत्री ने पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना और सुतियापाट नहर विस्तारीकरण कार्य को जल्द ही शुरू करने का भी आश्वासन दिया है।