रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले सप्ताह से मानसून की गतिविधियाँ धीमी हो गई थीं, लेकिन अब एक नए मौसम बदलाव के साथ राज्य में फिर से मानसून सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के प्रभाव के चलते अगले तीन दिनों तक छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश में बारिश और गरज-चमक के साथ छीटें पड़ने की चेतावनी जारी की है।
अभी तक छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता सामान्य रही है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। बीजापुर के गंगालूर में सबसे अधिक 70 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जांजगीर, मुंगेली और लखनपुर में अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारायणपुर में न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी रायपुर में भी गरज-चमक के साथ वर्षा की संभावना है, और यहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 डिग्री और 25 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का प्रभाव
बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से दूर स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। यह सिस्टम उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता बढ़ेगी।
मानसून द्रोणिका, जो माध्य समुद्र तल पर सूरतगढ़, रोहतक, ओरई, मंडला, निम्न दबाव के केंद्र और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, के प्रभाव से अगले तीन दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
वर्षा के आंकड़े
अधिकारियों के अनुसार, विभिन्न स्थानों पर वर्षा के मुख्य आंकड़े निम्नलिखित हैं:
– गंगालूर: 70 मिमी
– उसूर: 60 मिमी
– कोंटा, मानपुर, रायपुर: 50 मिमी
– बालोद, अंबिकापुर, तोकापाल: 40 मिमी
– कुरुद, बास्तानार, अर्जुंदा, खड़गांव, अंबागढ़ चौकी, सरोना, जगरगुंडा, कुटरू, भानुप्रतापपुर, केशकाल, तोंगपाल: 30 मिमी
– छिंदगढ़, बीजापुर, मर्री बंगला, देवरी, बकावंड, दुर्गकोंदल, छुरा, दोरनापाल, भैरमगढ़, जगदलपुर, दरभा, भोपालपटनम: 20 मिमी
मौसम विभाग की चेतावनी के तहत, राज्य के नागरिकों को आगामी दिनों में अत्यधिक बारिश और वज्रपात के प्रति सजग रहने की सलाह दी गई है।