एसईसीएल का विशेष अभियान 4.0, 2200 मेट्रिक टन स्क्रैप हटाने का लक्ष्य, 30 लाख वर्ग फुट जगह होगी खाली
एसईसीएल का विशेष अभियान 4.0, 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक
सुशील तिवारी CG NEWS TIME
2200 मेट्रिक टन स्क्रैप हटाने का लक्ष्य
30 लाख वर्ग फुट जगह होगी खाली
10 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न होगा
लंबित फाइलों और शिकायतों का निपटारा
डिजिटल गवर्नेंस और ई-ऑफिस को बढ़ावा
बता दे कि भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग तथा कोयला मंत्रालय के दिशा-निर्देशन में छत्तीसगढ़ स्थित कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान 4.0 की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देना और लंबित प्रकरणों एवं शिकायतों का त्वरित निपटारा करना है।
इस बार एसईसीएल ने 2200 मेट्रिक टन स्क्रैप हटाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इस पहल से 30 लाख वर्ग फुट जगह स्क्रैप-मुक्त हो जाएगी, जिसे बेहतर तरीके से पुनः उपयोग में लाया जा सकेगा। साथ ही, इस स्क्रैप के हटाने से एसईसीएल को लगभग 10 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
डिजिटल गवर्नेंस पर जोर
अभियान के तहत डिजिटल गवर्नेंस को प्रोत्साहित किया जा रहा है। एसईसीएल ने लंबित फाइलों और शिकायतों के निपटारे को प्राथमिकता दी है। ई-ऑफिस के माध्यम से आंतरिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और कागजी दस्तावेजों पर निर्भरता कम करने का लक्ष्य भी है। यह कदम परिचालन दक्षता और पारदर्शिता में सुधार के लिए उठाया गया है।
स्वच्छता ही सेवा अभियान
इस अभियान के पहले चरण के रूप में, 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम के अंतर्गत नदियों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई की जा रही है। साथ ही, स्वच्छता मित्रों का सम्मान समारोह और बच्चों के लिए स्वच्छता की पाठशालाओं का आयोजन भी किया जा रहा है। नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है।
एसईसीएल भारत की दूसरी सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है, जो मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 60 से अधिक कोयला खदानों का संचालन करती है।
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